जयपुर। राजस्थान में बंजर भूमि एवं चारागाह विकास के तहत राज्य के प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर चारागाह विकास के पायलट प्रोजेक्ट बनाये जायेंगे।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने आज यहां आयोजित बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड की बैठक में इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने कहा कि तैयार किये जाने वाले पायलट प्रोजेक्ट में चारा विकास से संबंधित कार्य कराये जायेंगे।
उन्होने निर्देश दिये कि राज्य में बंजर एवं चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को मुक्त कराकर घास पैदा करने के कार्य को बढावा दिया जाना चाहिए। राठौड़ ने बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड की राज्य स्तर, जिला स्तर, ब्लॉक स्तर एवं ग्राम पंचायत समितियां गठित कर नियमित बैठक करने पर भी बल दिया।
बैठक में विलायती बबूल को जड़ से उखाड़ कर कोयला बनाने पर जो पांबदी लगायी गयी है मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार निजी खातेदारी भूमि में बबूल को जड़ से उखाडऩे पर सहमति प्रदान करते हुए अन्य भूमि पर ऐसे पेड़ो को जड़ से उखाडऩे के लिए एक समिति का गठन किया गया जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार उखाड़े जाने वाले विलायती बबूल के स्थान पर अन्य पौधे लगाने पर तीन माह में रिपोर्ट तैयार कर सुझाव देगी। -(एजेंसी)