नई दिल्ली। बॉलीवुड के जाने माने गीतकार और शायर जावेद अख्तर का कहना है कि फिल्में समाज का आइना होती है और उनका लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ता है । जावेद ने कहा फिल्मों के अभद्र संगीत से पूरा देश प्रभावित होता है।
फिल्मों का लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए यदि किसी फिल्म का संगीत खराब या अभद्र है तो पूरा देश इससे प्रभावित होता है।आप इसके लिए लेखक को दोष नहीं दे सकते। समस्या संगीत की रचना करने वालों की नहीं है, समस्या लोगों की है जो ऐसे संगीत को पसंद करते हैं और उसे सफल बनाते हैं।
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जावेद ने कहा गीत स्थितियों पर लिखे जाते हैं। कहानियों और संगीत में बदलाव आया है। हमारी भाषा खराब हो गई है। आज की युवा पीढ़ी कविता, भाषा, साहित्य, लोक गीत और परंपरा नहीं जानती।
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कहा जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की हिंदी और उर्दू अच्छी है तो यह खराब परवरिश के कारण है।यह समझ आता है कि 21वीं सदी में अंग्रेजी जरूरी है, लेकिन हमें अपने बच्चों को बहुभाषी बनाना चाहिए।
एजेंसी
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