समाज में महिलाओं की स्थिति की बात करें तो हर किसी के मुंह से बड़ी-बड़ी बातें सुनने को मिल जाएंगी। हर कोई इनके विकास और इन्हें इनके अधिकार दिलाने की बात करता सुनाई दे जाएगा। सिर्फ यही नहीं इनमें से कई तो महिलाओं के हक में आंदोलन तक करने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन सच इससे जरा हटके है। बात करें महिलाओं को उनके हक दिलाने की तो असल जिंदगी में हकीकत थोड़ी कड़वी है। वह अधिकार, जिन्हें खास महिलाओं के लिए बनाए जाने के बारे में लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, क्या हकीकत में उन्हें उनका फायदा मिलता है। शायद नहीं। बल्कि, इसके उलट दुनिया के कई देशों में ऐसे बड़े कानून भी हैं, जो महिलाओं को उनके हक देने से रोकते हैं। आइए, जानें ऐसे कानूनों के बारे में जो असल मायने में महिलाओं के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं हैं।
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1 . पत्नी अगर धोखा दे, तो कर सकते हैं हत्या
ये नियम भी आपको चौंका देगा। दरअसल मिस्र में पत्नी अगर धोखा दे तो पति को खुलेआम इस बात का हक है कि वह अपनी पत्नी की हत्या कर सकता है। सिर्फ यहीं नहीं सीरिया में भी अगर कोई महिला किसी से शारीरिक संबंध बनाती है तो यहां कोई भी पुरुष अपनी मां, बहन, पत्नी या बेटी की हत्या करने के लिए आजाद है।
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2 . ऐसे होती है रेप के बाद सजा माफ
लेबनान में कानून की बात करें तो यहां अगर पुरुष किसी महिला का अपहरण कर उसका रेप करता है, तो एक शर्त पर उसकी सजा माफ हो सकती है। शर्त है कि वह उस महिला से शादी कर ले। उससे शादी के लिए राजी होने पर बलात्कार के आरोपी की सजा को माफ कर दिया जाता है। यही कानून यूरोपीय देश माल्टा में भी लागू होता है।
3 . पति पर नहीं लगा सकते बलात्कार का आरोप
सिंगापुर और उत्तरी अमरीकी महाद्वीप के कैरेबियाई देश बहामास में पति को इस बात का पूरा हक है कि वह अपनी पत्नी से जबरन शारीरिक संबंध बना सकता है। हां, शर्त सिर्फ इतनी है कि पत्नी की उम्र 14 साल से ज्यादा हो।
4. पुरुष को आजादी है पत्नी को पीटने की
ये कानून नाइजीरिया में लागू होता है। यहां कानूनन एक पुरुष अपनी पत्नी को पीट सकता है। ऐसा करने पर उसपर कानूनी तौर पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उसपर कार्रवाई तब तक नहीं हो सकती, जब तक उसकी पत्नी बुरी तरह से घायल न हो जाए।
5. पत्नी की नौकरी को तय करेंगे पति
ऐसा कानून कैमरून और गिनी जैसे देशों में है। यहां पति को पूरा हक है कि वह पत्नी की नौकरी का फैसला करे। ऐसे में अगर पति को अपनी पत्नी का काम पसंद नहीं है तो उसे अधिकार है कि वह उसे रोक दे।
6 . महिला अपनी मर्जी से नहीं ले सकती तलाक
ऐसा कानून इजराइल में है। यहां शादी और तलाक धार्मिक कानूनों पर आधारित होते हैं। कानून यहां पर तलाक तभी देता है, जब पुरुष चाहे। महिलाओं को कानूनन इसकी इजाजत नहीं है।
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लड़कियों को नहीं होता वारिस बनने का हक
ऐसा कानून है ट्यूनीशिया में। यहां लड़कियों को वारिस बनने का अधिकार बेहद सीमित है। ज्यादातर यहां बेटों को ही वारिस बनने का अधिकार है।
8 . मर्जी से नहीं निकल सकतीं बाहर तक
ऐसा होता है अफगानिस्तान और यमन में। यहां कानूनन पुरुष अपनी पत्नी के घर से निकलने पर रोक लगा सकता है। उसकी मर्जी के बिना पत्नी घर के बाहर तक नहीं जा सकती।
9 . नहीं मानी जाती महिलाओं की गवाही
ऐसा होता है पाकिस्तान में। यहां कुछ खास मामलों में पुरुषों के दिए सबूतों के सामने महिलाओं के दिए सबूतों की कोई कीमत नहीं आंकी जाती। वह पूरी तरह से बेबुनियाद माने जाते हैं।
10. ड्राइविंग करने पर हो सकती है सजा
ऐसा होता है सऊदी अरब में। यहां महिलाएं न तो ड्राइव कर सकती हैं और न ही इनको ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाता है। सिर्फ यही नहीं ऐसा करने पर इनको सजा तक हो सकती है।