खेल डेस्क- रविचंद्रन अश्विन ने मीडिया से कहा कि वे धीमी और स्पिनरों के मुफीद भारतीय पिचों की आलोचना करना बंद कर दें क्योंकि वह बार-बार दोहराये जाने वाले इस तरह के सवालों का जवाब देते देते थक गए हैं।
दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत के पहली पारी में 455 रन के स्कोर के जवाब में इंग्लैंड की टीम घरेलू स्पिनरों के दबदबा बनाने से 103 रन पर पांच विकेट गंवाकर जूझ रही है।
अश्विन से जब पिच के बारे में उनके आकलन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि हमपर इस तरह के तंज क्यों कसे जाते हैं। ईमानदारी से कहूं तो यह एक ताने की तरह दिखता है कि आप भारतीय विकेटों को इस तरह देखते हो। ऐसा सचमुच लगता है आप लोग पूरे दिन मैच देखते हो और पिच का आकलन आप हमसे बेहतर तरीके से कर सकते हो। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो एक दिन प्रेस कांफ्रेंस में आकर इस तरह पिच के बारे में सवालों का जवाब नहीं देना चाहूंगा। ’’ अश्विन ने जो रूट (53) के अहम विकेट सहित दो विकेट झटके. उन्होंने पिच के बारे में कहा कि यह उनकी पसंद के अनुरूप थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पिच पर गेंदबाजी करने में मजा आया। विकेट कुछ समय बाद खराब हो सकता है. इस पर बल्लेबाजी करना और ज्यादा मुश्किल हो जायेगा। ’’
अश्विन ने बल्लेबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण अर्धशतकीय पारी खेली। वह 2016 में दो टेस्ट शतक जड़ चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं बल्लेबाजी का भी लुत्फ उठा रहा हूं। मैं और अधिक सकारात्मक होने की कोशिश करता हूं. मैंने पिछले चार से पांच महीनों में काफी योगदान किया है। कुछ आक्रमण ऐसे होते हैं जहां आप बल्लेबाजी करने में आत्मविश्वास से भरा हुआ महसूस करते हो। ’’
अश्विन ने 2012 दौरे के बारे में बताया जिसमें उन्होंने चार मैचों में 60.75 के औसत से रन बनाये थे। उन्होंने कहा, ‘‘जब से इंग्लैंड की टीम ने पिछली बार यहां का दौरा किया था, तब से मैं इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं. जब भी मैं उनके खिलाफ खेलता हूं तो यह मनोवैज्ञानिक लाभ होता है। ’’