ढाका। बांग्लादेश में दो अलग अलग घटनाओं में कुछ बदमाशों ने रविवार को एक हिन्दू मंदिर में तोडफ़ोड़ की और देवी काली की सात मूर्तियों को नष्ट कर दिया। यह घटना मुस्लिम बहुल देश में अल्पसंख्यक समुदाय के 10 से ज्यादा मंदिरों पर हमला करने के हफ्तों बाद हुई है।
पहला मामला तब सामने आया जब नेत्रोकोना जिले के मैमेनसिंहरोही गांव के लोगों ने आज सुबह मंदिर का दरवाजा खुला पाया।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंदिर परिसर में प्रवेश के बाद उन्होंने देखा कि मंदिर में तोडफ़ोड़ की गई है। मंदिर के पास देवी काली की चार टूटी हुई मूर्तियां पड़ी हुई थीं। पुलिस ने फौरन जांच शुरू कर दी।
नेत्रोकोना सदर के थाना प्रभारी शाह नूर-ए-आलम ने बताया, ‘‘हमने तोड़-फोड़ के सबूत एकत्रित किए और जांच शुरू कर दी। यह पाया गया है कि मंदिर के दरवाजे बंद नहीं थे। हम लोग इस घृणित घटना को अंजाम देने वालों की तलाश कर रहे हैं।’’
नेत्रोकोन के अतिरिक्त जिलाधिकारी अब्दुल मतीन ने कहा कि जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी।
नेत्रोकोन के पुलिस अधीक्षक जयदेब चौधरी ने बताया, ‘‘ हम मामले को प्राथमिकता के आधार पर ले रहा है। निहित स्वार्थ वाला एक समूह संाप्रदायिक सौहार्द को बाधित करने के लिए इस अपराध को अंजाम दे सकता है।’’
एक अलग घटना में, उत्तर पश्चिम पबना जिले में अज्ञात हमलावरों ने तडक़े गुप्तचुप तरीके से एक हिन्दू मंदिर पर हमला करके देवी काली की तीन प्रतिमाओं को तोड़ दिया।
पुलिस के अधिकारी ने पबना में संवाददाताओं को बताया कि हिन्दू देवी काली की तीन प्रतिमाओं को पबना के बेरा उपजिले स्थित एक मंदिर में तोड़ दिया। बदमाश जाहिर तौर पर तडक़े मंदिर में घुसे और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
शरीफ पुर काली मंदिर समिति के सचिव बादल घोष ने हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। पहले भी मंदिर पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं।