इन्टरनेट डेस्क। अधिकतर लोगों की इच्छा होती है वो अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार तो विदेश यात्रा पर जाकर आए। लेकिन किसी अन्य वजह या पैसो की कमी के कारण उनके मन की इच्छा और सपने धूमिल हो जाते है। लेकिन व्यक्ति की कुंडली में कुछ ऐसे योग होते है जिनकी मदद से आप विदेश यात्रा का योग सम्भव हो सकता है।
व्यक्ति की जन्मकुंडली में ऐसे कई योग होते है जिन्हें देखकर पता लगाया जा सकता है कि उसके जीवन में विदेश यात्रा का अवसर है या नहीं। जाने कैैसे...
- यदि इंतजार कर सकते हैं तो मकर संक्रांति के दिन सफेद तिल और गुड़ को सूर्यास्त के समय एक मिट्टी के बर्तन में डालकर पीपल के एक पत्ते से ढककर उसे आक के पौधे की जड़ में गाढ़ दें।
- इसके बाद घर आते ही स्नान कर लें। ध्यान रहे कि पीपल के पेड़ की ओर मुडक़र नहीं देखना है।
- किसी भी कुंडली मे राहु ग्रह विदेश यात्रा में विशेष योगदान रखता है। यदि किसी जातक की कुंडली का बारहवां भाव सक्रिय होता है तो निश्चित तौर पर उस जातक को विदेश यात्रा का सुख हासिल होता है।
- इसके अलावा एक ऐसा उपाय भी है जिसकी मदद से भी विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
- एक शीशी में शहद भरकर शुक्ल पक्ष के मंगलवार के दिन एक ऊॅ नमो बजरंग का तीन बार जाप करें इसके बाद इस शीशी को किसीसूनसान जगह पर जाकर मिट्टी में दबा दें।
- शुक्ल पक्ष के मंगलवार से लेकर 108 दिनों तक सुंदरकांड का नियमित रूप औऱ शुद्ध शरीर से पाठ करें तो स्वयं को सभी कष्टों से बचा सकते हैं।