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जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप को अटकाने का आरोप लगाया है। पूर्व सीएम ने इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अशोक गहलोत ने एक्स के माध्यम से कहा कि केन्द्र सरकार की विचारधारा दलित, आदिवासी एवं गरीब-मध्यम वर्गीय परिवारों की विरोधी है इसलिए पंडित नेहरू की सरकार के समय से चली आ रही नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप तक को अटकाया जा रहा है। इस स्कॉलरशिप में इन परिवारों के 106 विद्यार्थी सलेक्ट हुए जिनमें से केवल 40 को ही स्कॉलरशिप दी गई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमिटी ऑफ इकॉनमिक अफेयर्स ने इसे मंजूरी नहीं दी है।
इसी प्रकार राजस्थान में हमारी कांग्रेस सरकार के समय 500 बच्चों को विदेश में शिक्षा दिलाने की राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सिलेंस को प्रदेश की भाजपा सरकार ने कमजोर कर दिया है।
इसमें पहले विदेशी संस्थानों में जाने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम कर 300 की एवं अब उनको समय पर पैसे नहीं दिए जा रहे हैं जिसके कारण उनका एडमिशन तक अटक गया है।
अशोक गहलोत ने इस संबंध में आगे कहा कि भाजपा नेताओं के बच्चे आराम से विदेश में पढ़ रहे हैं क्योंकि वो सत्ता का आनंद ले रहे हैं। गरीब एवं मध्यम वर्गीय दलित, आदिवासी, किसान परिवारों के बच्चे मेहनती, योग्य एवं प्रतिभाशाली होने के बावजूद स्कॉलरशिप नहीं पा सकते क्योंकि भाजपा सरकार को यह पसंद नहीं है।
राहुल गांधी पूर्व में भी केन्द्र सरकार को लिख चुके हैं पत्र
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पूर्व में भी केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर एवं संसद में अपने भाषणों के द्वारा स्कॉलरशिप में हो रही इस तरह की कटौती को लेकर कई बार चेताया है परन्तु वो उसमें सुधार नहीं कर रही है। यदि ऐसा होता रहा तो हमारे देश की न जाने कितनी प्रतिभाएं संसाधनों के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाएंगी।
PC: ndtv
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