नई दिल्ली। भारत महत्वपूर्ण वैश्विक तंबाकू नियंत्रण सम्मेलन का कल पहली बार मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है जिसमें वह करीब 180 देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में धुआं रहित तंबाकू को एक एजेंडा के तौर शामिल करने पर जोर देगा।
तंबाकू नियंत्रण पर सम्मेलन के सातवें सत्र का आयोजन सात से 12 नवम्बर तक ग्रेटर नोएडा में होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना सम्मेलन में विशेष आमंत्रित होंगे। इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा करेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि भारत में ऐसे लोगों की काफी संख्या है जो तंबाकू के धुआं रहित स्वरूप को चुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का प्रयास इसे एफसीटीसी के एजेंडा में लाना होगा।
उन्होंने कहा कि भारत ने तंबाकू उत्पादों पर पहले ही 85 प्रतिशत सचित्र चेतावनी लागू कर दी है। यद्यपि सम्मेलन में चर्चाओं के दौरान सादी पैकेजिंग का मुद्दा ‘‘दिमाग में होगा’’ जिसमें सभी ब्रांडिंग हटाना जरूरी होता है।
सम्मेलन में करीब 180 देशों के करीब 1500 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
भारत ने एफसीटीसी की वार्ताओंं में एक नेतृत्व की भूमिका मुहैया करायी है और दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय समन्वयक भी रहा है।