कृष्णा के नज़रिये से प्यार की परिभाषा

Samachar Jagat | Thursday, 25 Aug 2016 10:20:37 AM
definition of love according to the Krishna's view

एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा : गुस्सा क्या है..?
बहुत खुबसूरत जवाब मिला : किसी की गलती की सजा खुद को देना..!

एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा : दोस्त और प्यार में क्या फर्क होता है..?
कृष्णा हंस कर बोले : प्यार सोना है.. और दोस्त हीरा.. सोना टूट कर दुबारा बन सकता है.. मगर हीरा नहीं..!

एक बार राधा जी ने कृष्णा से पूछा : मैं कहाँ-कहाँ हूँ..?
कृष्णा ने कहा : तुम मेरे दिल में.. साँस में.. जिगर में.. धड़कन में.. तन में.. मन में.. हर जगह हो..!
फिर राधा जी ने पूछा : मैं कहाँ नहीं हूँ..?
तो कृष्णा ने कहा : मेरी किस्मत में..!

घरेलू पर्यटकों की संख्या बढ़कर 227 करोड़ हो सकती है:...

राधा ने श्री कृष्णा से पूछा : प्यार का असली मतलब क्या होता है..?

श्री कृष्णा ने हंस कर कहा : जहाँ मतलब होता है.. वहां प्यार ही कहाँ होता है

इन जगहों पर चाहकर भी नहीं जा सकते हैं आप

एक बार राधा ने कृष्णा से पूछा : आपने मुझे प्रेम किया.. लेकिन शादी रुकमनी से की.. ऐसा क्यों..?
कृष्णा ने हँसते हुए कहा : राधे! शादी में दो लोग चाहिए.... *और हम तो एक हैं....



 

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