नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने डीजल वाहनों पर रोक मामले को लेकर कहा है कि वाहन उद्योग को उच्च क्षमता की डीजल कारों के मामले में सरकार का समर्थन है लेकिन वे उन अदालतों से इस संदर्भ में 'पंगा नहीं ले जिन्होंने यह रोक लगाई थी।
वाहन कंपनियों के संगठन सियाम के अध्यक्ष विनोद दसारी की एक टिप्पणी के बाद मंत्री ने यह बात कही। दसारी ने कहा था कि वाहन उद्योग को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बड़ी डीजल कारों पर प्रतिबंध के कारण आठ महीने से 4,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इस प्रतिबंध को उच्चतम न्यायालय ने इस महीने हटा लिया।
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गीते ने यहां एक सम्मेलन में कहा, ''अदालत ने प्रदूषण के मामले में जो रूख अपनाया है, उसको लेकर विनोद दसारी ने अप्रसन्नता जताई। मैं विनोद दसारी से कहना चाहूंगा कि अदालतों से पंगा नहीं ले। आपको यह पंगा लेने की कोई जरूरत नहीं है।
इससे पहले, आटोमोटिव कंपोनेन्ट मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन एसीएमए के 58वें सालाना सत्र में दसारी ने आज कहा था कि अदालतों को सही जानकारी नहीं मिलने तथा मीडिया में मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किये जाने से डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा।
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उन्होंने कहा, ''मीडिया में मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किये जाने के साथ उपयुक्त सूचना नहीं होने से अदालतों ने उन वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया जो सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हैं। यह पहला मौका है जब आप कानून का पालन कर रहे हैं, आपको दंडित किया गया। इससे वाहन उद्योग को पिछले आठ महीनों में 4,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
एजेंसी