तिरूवनंतपुरम। केरल में आज माकपा ने कहा कि वह नोटबंदी के कारण सहकारी क्षेत्र के ठहर से जाने के मद्देनजर केंद्र के खिलाफ कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ के साथ मिलकर संयुक्त प्रदर्शन करेगी। हालांकि, केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी केपीसीसी ने कहा कि ऐसे प्रदर्शन की कोई जरूरत नहीं है ।
माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्ण ने पत्रकारों से कहा, ‘‘केंद्र के फैसले के खिलाफ अन्य राजनीतिक पार्टियों के साथ एक संयुक्त प्रदर्शन करने का पार्टी का सुझाव है । लेकिन, इस बाबत यदि कोई आम सहमति नहीं बनती है तो पार्टी की अगुवाई वाला एलडीएफ अलग प्रदर्शन करेगा ।’’
बालाकृष्णन ने कहा कि सहकारी बैंकों में 500 और 1000 रूपए के पुराने नोट बदलवाने या उनका इस्तेमाल करने की सुविधा खत्म करने के केंद्र के फैसले के कारण सहकारी क्षेत्र गंभीर संकट से जूझ रहा है । उन्होंने कहा कि एलडीएफ ‘‘केंद्र के नकारात्मक रवैये’’ से इस क्षेत्र को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेगा ।
सरकार ने सहकारी समितियों के सामने आ रही मुश्किलों पर चर्चा के लिए 22 नवंबर को विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है ।
इस मुद्दे पर संयुक्त प्रदर्शन करने के कुछ यूडीएफ नेताओं के प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वी एम सुधीरन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘सहकारी क्षेत्र के प्रति नरेंद्र मोदी सरकार के रवैये के खिलाफ भाजपा को छोडक़र सभी राजनीतिक पार्टियां सामने आ चुकी हैं । संयुक्त प्रदर्शन के बारे में सोचने की कोई जरूरत नहीं है ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर पार्टी और गठबंधन प्रदर्शन के मोर्चे पर है ।’’