क्वेटा। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक सूफी दरगाह पर आत्मघाती बम हमला को एक किशोर ने अंजाम दिया था, जो 15 या 16 वर्ष के आसपास का था। पुलिस ने आज इस बात की जानकारी दी। वहीं इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी का दावा किया है।
खुजदार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जफर खान ने इस हमले में 52 लोगों के मारे जाने और करीब 100 के घायल होने की पुष्टि की है। अधिकारी ने बताया कि कल सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में शाह नूरानी दरगाह में चल रहे 'धमाल' के दौरान संदिग्ध किशोर आत्मघाती हमलावर ने अपने जैकेट को उड़ा लिया।
उन्होंने कहा, ''प्रारंभिक जांच के अनुसार आत्मघाती हमलावर करीब 15 से 16 साल का था और उसने दरगाह में प्रवेश किया और श्रद्धालुओं के बीच अपने जैकेट को विस्फोट से उड़ा लिया। उसने अपनी जैकेट में छह से सात किलोग्राम विस्फोटक रखे थे। खान ने कहा कि घटनास्थल से संदिग्ध आत्मघाती हमलावर का सिर मिला है।
इस्लामिक स्टेट ने अपनी वेबसाइट और पाकिस्तान के कुछ मीडिया घरानों को ईमेल भेजकर हमले की जिम्मेदारी का दावा किया है लेकिन कराची में आतंकवाद निरोधी विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि इस हमले के पीछे कोई भी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हो सकता है।
भाषा