अजमेर। राजस्थान के अजमेर में मोहर्रम की नौ एवं दसवीं तारीख को मुस्लिम समाज के लोग मातम के बीच रोजे रखेंगे।
खादिम जुल्फिकार चिश्ती ने बताया कि दस मोहर्रम बुधवार सुबह मुस्लिम घरों में चूल्हे नहीं जलेंगे। साथ ही इस दिन मुस्लिम घोसी समाज के लोग दूध नहीं बेचेंगे और मुस्लिम किसान खेतों मे कार्य नहीं करेंगें।
गौरतलब है आज रात हाईदौस भी खेला जाएगा। डोले शरीफ की सवारी जामा अल्तमस मस्जिद से रवाना होकर डोले शरीफ को दरगाह समीप ढाई दिन के झोपड़े पर रखा जाएगा। कल जौहर की नमाज के बाद दिन में ढाई बजे पुन: हाईदौस की रस्म होगी।
उन्होंने बताया कि दूसरी ओर दरगाह के पिछवाड़े तारागढ़ पहाड़ पर शिया समुदाय के लोग खुद को लहुलुहान कर हजरत इमाम हुसैन को खिराजे अकीदत पेश करेंगें। तारागढ़ दरगाह कमेटी के अनुसार कल बुधवार मोमे आशुरा के दिन 12 बजे मजलिस होगी तथा डेढ बजे अलम एवं जुलजना शरीफ की सवारी होगी इस दौरान अकीदतमंद मातम करेंगें और ब्लेड एवं जंजीर से स्वयं के नंगे बदन को लहुलूहान करेंगें।