सुंदरकांड का पाठ करने, पढ़ने व सुनने वाले के मन में एक अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है। सुंदरकांड के हर दोहे, चौपाई व शब्द में गहन अध्यात्म छुपा हुआ है, जिससे मनुष्य जीवन की हर समस्या का सामना कर सकता है। ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी का जन्म मंगलवार को हुआ। अतः मंगलवार के दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है।
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सुंदरकांड के पाठ से बहुत ही जल्द हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं। सुंदरकांड में हनुमानजी के बल, बुद्धि, पराक्रम व शौर्य का वर्णन किया गया है। मंगलवार के दिन हनुमानजी को सिंदूर अर्पित किया जाता है, सिंदूर अर्पित क्यों किया जाता है आइये आपको बताते हैं इसके बारे में ...
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जिस प्रकार विवाहित स्त्रियां अपने पति या स्वामी की लंबी उम्र के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं, ठीक उसी प्रकार हनुमानजी भी अपने स्वामी श्रीराम के लिए पूरे शरीर पर सिंदूर लगाते हैं। इसलिए मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर व चमेली का तेल अर्पित करें और अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना करें। जो भी व्यक्ति हनुमानजी को सिंदूर अर्पित करता है उससे हनुमानजी प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।
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