नई दिल्ली। आजादी के बाद अंग्रेज तो हमारे देश से पलायन कर गए, लेकिन 70 साल बाद भी उनका वेस्टर्न कल्चर भारत देश में जीवित है। भारत के स्टेट मणिपुर की आबादी का एक बड़ा पोर्शन अपनी भारतीय संस्कृति और अस्तित्व को भुलाकर पूरी तरह कोरियन कल्चर को फॉलो कर रहा है।
आइए जानते हैं आखिर क्या है वजह? कोरियन संगीत और फिल्मों का जादू यहाँ की युवा पीढ़ी के सिर चढक़र बोलता है। उनकी प्रत्येक पर्सनल और सोशल एक्टिविटी कोरियन कल्चर से संबंधित दिखाई पड़ती है।
क्यों भाया कोरियन कल्चर
90 के दशक से कुछ प्रजातंत्र सुधारकों ने लोकल कल्चर प्रिजर्वेशन के नाम पर मणिपुर के लोगों से उनका पर्सनल कल्चर छोडऩे का दबाब बनाया जिससे परेशान मणिपुर के लोगों का आकर्षण कोरियन कल्चर की तरफ बढ़ गया। यहाँ का यूथ कोरियन कल्चर का दीवाना है और अपने $फेसबुक प्रोफाइल में कोरियन नामों का यू$ज करता है।
कोरियन फूड़ और म्यूजिक तो यहाँ के लोगों की फर्स्ट चॉइस है। ऐरारंग टी.वी. यहाँ का सबसे लोकप्रिय चैनल है, जो डॉयरेक्ट सियोल से प्रसारित होता है और जिस पर 24 घंटे कोरियन प्रोग्राम्स कास्ट होते हैं।यहाँ के लोगों के हेअरकट से लेकर कॉस्ट्यूम सारी ची$जों पर कोरियन कल्चर का प्रभाव दिखाई पड़ता है।