- SHARE
-
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से खास माना जा रहा है।
12 जून 2025 को आषाढ़ माह की शुरुआत हो रही है, जो हिंदू पंचांग में आध्यात्मिक महत्व रखता है। इस दिन शुभ योग और मूल नक्षत्र का संयोग बन रहा है, जिससे यह दिन और भी फलदायी हो जाता है। आइए जानते हैं 12 जून के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, ग्रह स्थिति और आषाढ़ मास में क्या करें और क्या न करें।
????️ 12 जून 2025 का पंचांग
विवरण |
समय/स्थिति |
तिथि |
प्रतिपदा (11 जून दोपहर 1:13 बजे से 12 जून दोपहर 2:27 बजे तक) |
वार |
गुरुवार |
नक्षत्र |
मूल |
योग |
शुभ |
सूर्योदय |
सुबह 5:23 बजे |
सूर्यास्त |
शाम 7:19 बजे |
चंद्रोदय |
रात 8:35 बजे |
चंद्रोस्त |
सुबह 5:46 बजे |
चंद्र राशि |
धनु |
⚠️ अशुभ समय व राहुकाल
समय |
अवधि |
राहुकाल |
दोपहर 2:06 से 3:50 तक |
यमगण्ड काल |
सुबह 5:23 से 7:07 तक |
गुलिक काल |
सुबह 8:52 से 10:36 तक |
आडल योग |
रात 9:57 से अगली सुबह 5:23 (13 जून) तक |
इन समयों में शुभ कार्यों से परहेज करें।
✅ शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त
आज विवाह, गृह प्रवेश, वाहन या ज्वेलरी खरीद, व्यापार की शुरुआत जैसे शुभ कार्यों के लिए उत्तम दिन है। शुभ योग और मूल नक्षत्र इस दिन को विशेष बनाते हैं।
???? आषाढ़ माह का महत्व
-
आषाढ़ मास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है।
-
इस महीने भगवान विष्णु, सूर्य देव और मां दुर्गा की उपासना विशेष फलदायक मानी जाती है।
-
इस महीने जल का दान और जल संरक्षण करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
???? क्या करें?
-
विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
-
घर में गंगाजल या पवित्र नदी के जल से स्नान करें।
-
सूर्य देव को अर्घ्य दें और जल दान करें।
-
इस महीने उपवास, व्रत और भक्ति में मन लगाएं।
❌ क्या न करें?
-
इस मास में तला हुआ और बासी खाना न खाएं।
-
क्रोध, आलस्य और असंयम से बचें।
-
अधिक देर तक सोने की आदत न बनाएं।
???? ग्रह स्थिति (Gochar)
ग्रह |
राशि |
सूर्य |
वृषभ |
चंद्रमा |
धनु |
मंगल |
सिंह |
बुध |
मिथुन |
गुरु |
मिथुन |
शुक्र |
मेष |
शनि |
मीन |
राहु |
कुंभ |
केतु |
सिंह |
12 जून 2025
Q. आज कौन सा योग बन रहा है?
???? आज ‘शुभ योग’ और ‘मूल नक्षत्र’ का संयोग बन रहा है।
Q. इस दिन कौन से कार्य करना शुभ रहेगा?
???? विवाह, मुंडन, नए व्यवसाय की शुरुआत, वाहन खरीद, सोना-चांदी की खरीदारी आदि।
???? निष्कर्ष:
12 जून 2025 का दिन पूजा-पाठ, दान-पुण्य और नए कार्यों के शुभारंभ के लिए आदर्श है। आषाढ़ माह के आरंभ के साथ ही आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में अगर आप धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने की सोच रहे हैं, तो यह दिन आपके लिए उत्तम है।
???? डिस्क्लेमर:
यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित सूचनाओं पर आधारित है। किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पंडित या ज्योतिषाचार्य से परामर्श जरूर लें।