लॉस एंजिलिस। दिग्गज कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन को 2015 में स्वच्छ हवा कानून के उल्लंघन के लिए नोटिस दिया गया था। अब वैज्ञानिकों ने उस प्रणाली का पर्दाफाश किया है जिसके माध्यम से जर्मनी की कार कंपनी फॉक्सवैगन ने अमेरिकी और यूरोपीय उत्सर्जन परीक्षणों को धोखा दिया था। इसके लिए उसने कंप्यूटर कोड इस्तेमाल किए थे।
शोधार्थियों ने बताया कि अमेरिकी पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी (ईपीए) द्वारा फॉक्सवैगन को 2015 में नोटिस थमाए जाने से करीब छह साल पहले कंपनी ने इस प्रणाली का उपयोग शुरू किया था।
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इस संबंध में युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सान डियागो के किरिल लेवचेंको के नेतृत्व में एक वर्ष तक शोधार्थियों ने जांच की और उस कंप्यूटर कोड का पता लगाया जो कंपनी की कार में लगे कंप्यूटर को उत्सर्जन परीक्षण को धोखा देने में सक्षम बनाता था।
जब भी कार को परीक्षण के लिए उपयोग किया जाता तो कार में लगा कंप्यूटर इसकी पहचान कर कार की उत्र्सजन प्रणाली को कम दिखाना शुरू कर देता और परीक्षण पूरा होने के बाद यह इस उत्सर्जन कम दिखाने वाली प्रणाली को स्वत बंद कर देता।
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जब उत्सर्जन को धोखा देने वाली प्रणाली काम नहीं कर रही होती तो यह ईपीए के मानकों से 40 प्रतिशत अधिक प्रदूषण का उत्सर्जन करती। लेवचेंको ने कहा कि हमने धुंआ निकालने वाले साइलेंसर का पता लगाया। हमने इस प्रणाली और इसे कैसे उपयोग में लाया जाता है उसका भी पता लगाया।
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