गुजरात। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि मर्सीडीज बेंज सहित शीर्ष वाहन कंपनियां अपने इंजिनों के डिजाइन में बदलाव कर रही हैं ताकि वे यूरो-छह उत्सर्जन मानकों के अनुरूप हों क्योंकि भारत इन नये उत्सर्जन नियमों को 2020 से कार्यान्वित करने की तैयारी में है।
वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाने के प्रयासों के तहत सरकार ने पिछले साल ही निर्णय किया कि बीएस-छह मानक अप्रैल 2020 से लागू करेगी। ये मानक यूरो छह मानक के अनुकूल है। देश में इस समय बीएस-चार मानक लागू हैं और अब सीधे बीएस-छह उत्सर्जन नियम लागू होंगे।
सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहां पीटीआई भाषा से कहा,‘हम नये इ’धन उत्सर्जन नियमों की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। वाहन कंपनियों को अपने इंजिनों को यूरो छह उत्सर्जन नियमों के अनुकूल बनाने के लिए उनमें कुछ बदलाव करने होंगे। वे जरूरी बदलाव कर रहे हैं।मर्सीडीज तैयार है। मर्सीडीज का कहना है कि उसके इंजिन यूरो छह मानकों के अनुकूल हैं।’
मंत्री ने कहा कि प्रमुख वाहन विनिर्माता कंपनियों ने आश्वस्त किया है कि वे इस संबंध में सभी जरूरी कदम उठाएंगी क्योंकि सरकार ने यूरो छह उत्सर्जन नियमों को एक अप्रैल 2020 से अनिवार्य करने का फैसला कर लिया है। गडकरी ने कहा,‘मुझे पूरा भरोसा है कि हम इस कदम में सफल होंगे और यूरो छह उत्सर्जन नियम लागू होने के बाद वाहन प्रदूषण में अच्छी खासी कमी आएगी।’
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री धर्र्र्में प्रधान ने कहा है कि यूरो छह इ’धन एक अप्रैल 2020 से उपलब्ध होगा। क्या उत्सर्जन नियमों को अप्रैल 2020 की तय तारीख से पहले भी लागू किया जा सकता है, यह पूछे जाने पर मंत्री ने कहा,‘ हम (सम्बद्ध मंत्रालय) बैठक करेंगे। अगर पेट्रोलियम मंत्रालय व वाहन संगठन तैयार होते हैं तो हम इस दिशा में सोच सकते हैं।’ -(एजेंसी)