मुंबई। भारत सहित ब्रिक्स देशों ने आज कर सूचनाओं के स्वत आदान प्रदान की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका ने सीमापार कर चोरी तथा कर पारदर्शिता पर वैश्विक मानदंड अपनाने पर भी जोर दिया है।
ब्रिक्स देशों के राजस्व प्रमुखों की दो दिन की बैठक में अन्य विकासशील देशों को उनके कर प्रशासन में विस्तार के लिए मदद की भी प्रतिबद्धता जताई गई, जिससे वे देश सूचनाओं के स्वत आदान प्रदान के आईईसीडी-जी20 मानदंडों को क्रियान्वित कर सकें।
बैठक के बाद जारी वक्तव्य में कहा गया है, ‘हम सीमापार कर चोरी को रोकने के लिए सक्षम प्राधिकरणों के बीच सूचनाओं के आदान प्रदान के महत्व को समझते हैं। हम अनुरोध पर और स्वत आधार पर सूचनाओं के आदान प्रदान की प्रतिबद्धता जताते हैं। इसके अलावा हम कर पारदर्शिता के लिए वैश्विक मानदंड अपनाने की प्रतिबद्धता भी जताते हैं।’
बैठक में आक्रामक कर व्यवहार की वजह से कर आधार में कमी तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अपूर्ण खुलासे को लेकर भी चिंता जताई गई। समूह ने इन मुद्दों को हल करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई। पांच देशों के ब्लॉक ने वैश्विक स्तर पर एक उचित और समान पारदर्शी कर प्रणाली के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय पहलों को लेकर कार्रवाई की प्रतिबद्धता जताई। -एजेंसी