मुंबई। स्टेट बैंक ने टाटा समूह के प्रवर्तकों और इसके चेयरमैन पद से हटाए गए सायरस मिस्त्री के बीच खींचतान को लेकर किसी तरह की चिंता से इनकार किया है जबकि देश के इस सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक ने 100 अरब डॉलर से अधिक के टाटा समूह को अपना सबसे ज्यादा कर्ज दे रखा है।
समूह की कंपनियों के निदेशक मंडलों में कथित खींचतान से इनके कारोबार पर असर पडऩे की आशंकाएं जताई जा रही है।ं
स्टेट बैंक की चेयरमैन अरुंधती भट्टाचार्य ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि टाटा समूह की कंपनियों को पेशेवर लोगों ने खड़ा किया है। इसलिए इनके मालिकान आस में क्या करते हैं उसको लेकर हमें सीधे तब तक कोई वास्तविक चिंता नहीं होगी जब तक कि कंपनियां पहले की तरह चलती है, उनका परिचालन का तरीका ऐसा है जिससे हमें भी संतोष रहता है और ठीक चीजें हो रही हैं।