सर्दियों में आमतौर पर गर्मियों में इस्तेमाल होने वाली चीजें सस्ती हो जाती हैं। हालांकि, रेफ्रिजरेटर के मामले में निकट भविष्य में कीमतें बढ़ने की उम्मीद है। यह ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी के नए नियमों के कारण है जो 1 जनवरी से लागू हुआ है।
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी के संशोधित नियम एक जनवरी से लागू हो गए हैं। गोदरेज, हायर, पैनासोनिक जैसी कंपनियों के अनुसार , ग्राहकों से 2-5 फीसदी अधिक पेमेंट करने को कहा जा सकता है।
सरकार ने फ्रॉस्ट-फ्री फ्रिज के फ्रीजर और रेफ्रिजरेटर प्रोविजनिंग यूनिट्स को अलग-अलग लेबल करना अनिवार्य कर दिया है। इससे इनपुट कॉस्ट बढ़ेगी। फ्रिज को ऊर्जा कुशल बनाने की लागत से निर्माण लागत में 3 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी। हालांकि, यह अलग-अलग मॉडल और स्टार रेटिंग पर निर्भर करेगा।
गोदरेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने बताया है कि चूंकि उन्हें वस्तुओं पर अलग से लेबल लगाना होगा, इसलिए रेफ्रिजरेटर की कीमत में 2-3 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। नंदी ने कहा कि कंपनियों को रेफ्रिजरेटर की शुद्ध क्षमता की जानकारी देनी होगी। उपभोक्ताओं द्वारा वास्तव में उपयोग किया जा सकता है। पैनासोनिक के मैनेजिंग एडिटर फुमियासु फुजिमोरी ने कहा कि कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी।