नई दिल्ली। तंबाकू, तेंदुपत्ता तथा सिगार पत्ते के उत्पादकों और श्रमिकों के लिए तत्काल एक वैकल्पिक आजीविका का अवसर उपलब्ध कराने की जरूरत हैै। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वैश्विक तंबाकू नियंत्रण सम्मेलन के घोषणापत्र में यह बात शामिल की गई है। इस सम्मेलन में करीब 180 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
ग्रेटर नोएडा में आयोजित छह दिन के विश्व स्वास्थ्य संगठन तंबाकू नियंत्रण की संधि की रूपरेखा के सातवीं बैठक सीओपी-7 का आयोजन किया गया।
सम्मेलन सचिवालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि तंबाकू उद्योग जानबूझकर गुमराह करने का प्रयास कर रहा है कि यह संधि किसानों के खिलाफ है। यह तंबाकू उद्योग के खिलाफ है कृषकों के नहीं।
डब्ल्यूएचओ-एफसीटीसी के संधि सचिवालय की प्रमुख वेरा लुइजा डा कोस्टा ई सिल्वा ने कहा कि हमारा इरादा तंबाकू उत्पादकों को मदद करना है।
इस सम्मेलन में भागीदारी करने वाले राष्ट्रों ने विभिन्न इलाकों तथा तंबाकू किसान उद्योग के सदस्यों की बैठक आयोजित करने का फैसला किया है जिससे उनके लिए विकल्प तलाशा जा सके।