देश के बहुत बड़े नामी संस्थान जामिया मिलिया इस्लामिया में एक बदलाव होने जा रहा है। जामिया मिलिया इस्लामिया अगले शैक्षणिक सत्र से कोरियाई भाषा में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करेगा।
विश्वविद्यालय में ‘भारत और दक्षिण कोरिया के बीच तालमेल : भारतीय छात्रों के लिए अवसर’ विषय पर अपने संबोधन के दौरान दक्षिण कोरिया के राजदूत चो ह्यून ने इस बात की घोषणा की।
जामिया ने एक आधिकारिक बयान में यह कहा कि सीबीसीएस (विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली) के तहत एक सर्टिफिकेट कार्यक्रम शुरू किया जाएगा ताकि छात्रों को भारत में काम कर रही दक्षिण कोरियाई कंपनियों में नौकरी हासिल करने में मदद मिले।
कुलपति तलत अहमद ने कहा कि यह कदम न सिर्फ विश्वविद्यालय के छात्रों की नौकरी की संभावनाओं में इजाफा करेगा बल्कि इससे भारत-दक्षिण कोरिया संबंधों को मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी।