पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार सांसें अटका देने वाली कांटे के टक्कर में 11 सीट पर 1००० से भी कम वोट से जीत-हार के हुए फैसले में यदि थोड़ा भी उलटफेर हो गया होता तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के हाथ से सत्ता फिसल जाती।
राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 122 के जादुई आंकड़े से महज तीन सीट अधिक जीतने वाला राजग छह सीट मात्र 12 से 951 वोट के अंतर से न सिर्फ जीतने में कामयाब रहा बल्कि इसके दम पर सत्ता भी हासिल कर ली। कांटे के मुकाबले वाली 11 सीटों में से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने सबसे अधिक पांच और और उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक सीट अपनी झोली में डाली।
अन्य पांच सीटों में से दो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और एक-एक सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) तथा निर्दलीय के खाते में गई। इसी तरह इस बार 12 सीट पर जीत-हार का फैसला 2००० से भी कम वोट के अंतर से हुआ। ऐसी 12 सीटों में से चार कांग्रेस, तीन राजद, तीन जदयू और दो भाजपा जीतने में कामयाब रही।