जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर का बालेंगा गांव प्रदेश का पहला फ्री वाईफाई सुविधा वाला गांव बन गया है। इस गांव में मौजूद सभी सरकारी भवनों, सार्वजनिक स्थानों सहित अन्य स्थानों पर वाई-फाई के छोटे-छोटे एंटीना लगा दिए गए हैं। इनके जरिए लोग अपना काम भी शुरू कर चुके हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार संभाग मुख्यालय से 25 किमी दूर नेशनल हाईवे पर मौजूद गांव में स्थित सरकारी अस्पताल, ग्राम पंचायत भवन, आंगनबाड़ी, स्कूलों, बगीचे में छोटे-छोटे वाईफाई के एंटीना लगाए गए हैं। प्रदेश में संभवत: यह पहला ऐसा गांव है जहां मुफ्त में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। गांव के हर घर में शौचालय का निर्माण भी पूरा करवा लिया गया है। अब गांव पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त हो गया है।
इस गांव की तस्वीर बदलने वाले कलेक्टर के मुताबिक विकास कार्य के लिए पैसों की कोई कमी न हो इसके लिए यहां माईभनग फंड का पैसा लगाया गया और प्रदेश के लिए इस गांव को मॉडल बना दिया गया है। वाईफाई की सुविधा के अलावा गांव को आदर्श बनाने के लिए यहां हर सड़क को पक्का कर दिया गया है। गांव के स्कूल में ई लर्निंग सिस्टम शुरू हो चुका है। पेयजल सुविधा के लिए वाटर सप्लाई लाइन व ड्रेनेज सिस्टम भी बन चुका है। सड़कों पर स्ट्रीट लाईट भी लग गई है।
जिले में पिछले दो सालों से शिक्षा गुणवत्ता अभियान चल रहा है। इसके अलाव पालक-बालक सम्मेलन और हर माह टेस्ट की व्यवस्था भी जिले के सभी प्रायमरी स्कूलों में लागू है। ऐसे माना जा रहा है कि यहीं कारण है प्रायमरी की शिक्षा में अभी थोड़ा सुधार हुआ है।
बस्तर कलेक्टर अमित कटारिया ने बताया कि साफ्टवेयर के जरिए एक-एक बच्चे के रिपोर्ट पर नजर रख रहे हैं। इसके माध्यम से पता चल रहा है कि कौन सा बच्चा कमजोर है और कौन आगे बढ़ रहा है। इसके बाद इस रिपोर्ट के हिसाब से बच्चे पर मेहनत की जा रही है। बालेंगा गांव में मूलभूत सुविधाओं के अलावा हाईटैक सुविधाए मौजूद है। इस गांव के तर्ज पर जिले के अलग-अलग ब्लाकों के एक दर्जन गांवों को डेवलअप किया जाएगा।