हमने गरीबी हटाने के कार्यक्रमों के बारे में बहुत सुना है लेकिन गरीबी को जाते देखा - गरीबी और ज्यादा फ़ैल रही है । कई प्रकार के गरीबी हटाने के कार्यक्रम आए हैं और बिना किसी प्रभाव के चले गए। गरीबी हमारे गांवों में बस गयी है। क्या कोई समाधान नहीं है? सरकारें अपनी योजनाओं में बुरी तरह विफल रही हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार फैलाया है। क्या कोई आशा है? मैं एक पहल से बहुत प्रभावित हूं - ओप्पोरचुनिटी लेब
यह पहल सरकारी योजना नहीं है अतः आम लोगों के माध्यम से सफल होगी। यह प्रयास सरकार से नहीं आया है और यही कारण है कि यह इतना सरल और सुगम है। डॉ सुधांशु, (जो सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय जयपुर के सह-संस्थापक हैं, और एक परोपकारी सामाजिक उद्यमी हैं) इस विचार को लाये हैं। यह विचार ग्रामीणों, किसानों और महिलाओं को प्रशिक्षित, समर्थन और सशक्त बनाने के लिए है ताकि हमारे पास वास्तव में उज्ज्वल भविष्य हो सके। आम लोगों के जीवन को बदलने के लिए कई सामाजिक कार्यकर्ता और सामाजिक उद्यमी इस पहल में लगे हुए हैं। इन लोगों का एक ही मिशन है - उन लाखों लोगों के लिए अवसर पैदा करना, जो कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं, लेकिन उनके पास कोई अवसर नहीं है और अपने जीवन को अपने दम पर बदलने में विफल हो रहे हैं।
श्रीमती अन्नू कंवर महिलाओं और किसानों के लिए आय बढ़ाने के अवसर तैयार करने के लिए उनको प्रशिक्षित कर रही हैं। अन्नू कँवर को किसानों को प्रशिक्षित करने और प्रेरित करने में विशेषज्ञता हासिल है और वह इस काम से प्यार करती हैं। वह पूरे जुनून के साथ किसानों को ऐसे कौशल सिखाती हैं जो उनकी आय बढ़ा सकते हैं। उन्होंने वास्तव में कई महिलाओं के जीवन को बदल दिया है। मैंने उनसे किसानों को बदलने के उनके जुनून के बारे में पूछा। उन्होंने जवाब दिया, "एक किसान परिवार से होने के नाते मैं तो यही मानती हूँ कि "जमीन तो माता है"।" उन्हें किसानों के साथ काम करने का लंबा अनुभव है। उसने मुझे बताया "मैंने मशरूम उत्पादन और जैविक औषधीय पौधों की खेती में लगी एक कंपनी की स्थापना की, हम मशरूम प्रोटीन पाउडर, मशरूम मोरिंगा पाउडर के उत्पाद स्वस्थ जीवन शैली के लिए उत्पादन कर रहे हैं। उनके द्वारा स्थापित "आमलदा ऑर्गेनिक्स" महिला किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही है ताकि उन्हें अधिक स्वस्थ और अधिक सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने एक बहुत ही पोषण स्वास्थ्य पेय ब्रांड "अमलडा ऑर्गेनिक्स" बनाया है जो उनके अपने अभिनव फॉर्मूलेशन पर आधारित है।
ग्रामीण महिलाएं ग्रामीण परिवारों और अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, उन्हें अधिक स्वस्थ बनाना और उन्हें अभिनव खेती से जीविकोपार्जन का प्रशिक्षण प्रदान करना उतना आसान नहीं है लेकिन अन्नू जी दृढ़ निश्चयी और महत्वाकांक्षी हैं और उन्हें दृढ़ विश्वास है कि वह नवीनतम कृषि विधियों और उपकरणों के माध्यम से इन किसानों को अमीर बनाने में सक्षम होंगी। इससे ये किसान कुछ अतिरिक्त आम्दानी कमा सकेंगे, खुद पोषण आहार ले सकेंगे और बेहतर योजना के माध्यम से अपने गांवों के विकास में योगदान दे सकेंगे।
ये पहल केवल तभी सफल हो सकती है जब हर कोई इसमें शामिल हो - हम सभी को इस तरह के प्रयास का प्रोत्साहन देना होगा । हम सभी को गरीबी के खिलाफ लड़ना है और प्रशिक्षण - मार्गदर्शन ही सही पहल है। अगली बार जब आप आर्थिक रूप से असहाय किसी महिला को पाते हैं, तो उसे अन्नू जी के पास भेज दें। एक दूसरे की मदद करके हम हमारे समाज को गरीबी-मुक्त समाज में बदलने में कामयाब होंगे। आइए हम एक-दूसरे की मदद करें। आइए हम एक स्वस्थ-समृद्ध समाज का निर्माण करें। आइए हम उन लोगों का मार्गदर्शन करें जिन्हें कभी मार्गदर्शन या प्रशिक्षण नहीं मिला है और उन लोगों का समर्थन करें जिन्हें कभी समर्थन नहीं मिला है। आइए हम अपने विचारों में सकारात्मक बदलाव से अपनी आने वाली दुनिया को बदल दें।