जयपुर। एस एम एस अस्पताल के इंडोर और आउट डोर रोगियों के बढ़ते प्रेसर को देखते यहां तीन जिला लेबल के सरकारी हॉस्पिटल विकसित करने का निर्णय गहलोत सरकार द्वारा लिया गया था। इसी क्रम में शहर की चार दिवारी के लाखों नगरवासियों के लिए पुरानी बस्ती में जिला स्तरीय हॉस्पिटल विकसित किया गया है।
अस्पताल की लोकप्रियता से प्रभावित लोगो की संख्या को ध्यान में रख कर अब स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से करीब 52 करोड़ की राशि व्यय करने का फैसला किया है। इलाका वासियों ने इन सुविधाओ का स्वागत किया है इस बारे में स्मार्ट सिटी के सीईओ बताते है की विस्तार सुविधाओं के बाद यहां उपचार करवाने वालों की संख्या दस लाख के आस पास पहुंच सकती है। ऐसे में चिकित्सकों को संख्यां में अपेक्षित वृद्धि होनी आवश्यक है।
संतोष की बात यह है की सरकारी स्तर पर विचार विमर्श शुरू हो गया है। चिकित्सकों के मामले में एक बात और सामने आराही है की वहां सीनियर्स जो की एसएमएस में कार्यरत है उनकी सेवाएं भी दी जाय। इस बारे में पहले भी निर्णय लिया गया था।मगर बाद में इसमें सिथिलता आगई। अब इस बारे में शासन सचिवालय में काफी समय से पेंडिंग पड़ी फाइल आगे सरकने लगी है।
नई प्लानिंग के अनुसार वहां बैड की संख्यां तीन सौ से बढ़ा कर छस्सो की जा रही है। इसके अलावा ओपीडी का विस्तार किया जाना है। इमरजेंसी की यूनिट को और अधिक चुस्त बनाया जायेगा। इसे हाईटेक बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसके भवन को पांच फ्लोर का बनाया जाये गा यू है। इसकी ऑपचारिकटाये शुरू करदी गई है।