पिथौरागढ। उत्तराखंड में फिर से प्राकृतिक आपदा ने तांडव मचा रखा है, यहां बारिश कहर बनकर बरस रही है। नदियां उफान पर है, वहीं भूस्खलन की चपेट में आने से भी कई लोगों की मौत हो गई है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में सिंघली क्षेत्र में शनिवार तडक़े बादल फटने से 34 व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 25 अन्य लापता हो गए। पिथौरागढ़ में 25 और चमोली में 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं।
सात गांवों के उपर बरसी इस आसमानी आफत से दर्जनों घर जमींदोज हो गए जबकि मलबे के अंदर कई लोग दब गए। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि उत्तराखंड में बादल फटने और उसके बाद हुए भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल की टीमों को भेजा गया है।पिथौरागढ के जिलाधिकारी हरीश चंद्र सेमवाल ने बताया, हमने सिंघली क्षेत्र में से पांच शव बरामद किए हैं जबकि थल गांव से भी तीन शव मिले हैं।
सेना और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों की मदद से चलाए जा रहे खोज अभियान के जरिए अन्य शव निकालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बादल फटने से प्रभावित हुए गांवों में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
72 घंटे भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने देहरादून सहित 8 जिलों शुक्रवार से आगामी 72 घंटे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बाकी जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। लोगों से सुरक्षित जगहों पर रहने की अपील की गई है। कई जगहों पर भारी बारिश होने से तापमान में तीन से पांच डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी यात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
हरीश रावत ने किया सेना से अनुरोध
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तत्काल सेना से राहत कार्य में सहायता का अनुरोध किया जिसके बाद सेना के दल ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है। सेना के साथ राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीम भी राहत कार्य में जुटी हैं। वहीं आपदा विभाग ने बताया कि राहत कार्य चल रहा है। जिले में संचार सेवाएं बाधित हो गई हैं इसलिए वहां सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की जा रही है। मोली जिले में भी बादल फटने की एक अन्य घटना में तीन लोगों के मरने की आशंका है।
मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बादल फटने और भारी बारिश की वजह से हुई मौतों पर शोक प्रकट किया और उम्मीद जताई कि वहां जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल होगी। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बादल फटने और भारी बारिश के कारण हुई मौतों पर मैं दुखी हूं। पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।