तिरुपुर (तमिलनाडु) | ब्रिटेन, यूरोपीय संघ (ईयू) और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) समेत अन्य प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) से इन बाजारों में भारत के निर्यात को बढ़ावा देने के नए अवसर खुलेंगे। फियो के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने यह बात कही। भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) ने यह भी कहा कि सरकार की इस पहल से देश को बेहतर निर्यात दर हासिल करने में मदद मिलेगी।
निर्यात क्षेत्र पर एक कार्यक्रम में शक्तिवेल ने कहा, ’’ब्रिटेन, ईयू, जीसीसी आदि के साथ निर्यात के लिए चल रही बातचीत से भारतीय निर्यातकों के लिए नए अवसर खुलेंगे।’’ जीसीसी की स्थापना 1981 में हुई थी। इसके छह सदस्य संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब, कतर, ओमान, कुवैत और बहरीन हैं।
भारत इन देशों और ब्लॉकों के साथ एफटीए पर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है। यूरोपीय संघ का एक प्रतिनिधिमंडल प्रस्तावित द्बिपक्षीय व्यापार और निवेश समझौते पर भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए नयी दिल्ली आया है।
आठ साल से अधिक के अंतराल के बाद भारत और यूरोपीय संघ ने 17 जून को प्रस्तावित समझौते पर औपचारिक रूप से बातचीत फिर शुरू की। भारत ने 2007 में 27 देशों के ब्लॉक के साथ द्बिपक्षीय व्यापार और निवेश समझौते (बीटीआईए) पर बातचीत शुरू की थी, लेकिन यह वार्ता 2013 में ठप हो गई थी।