रेकजाविक। चुनाव बाद किए गए एक सर्वेक्षण में आइसलैंड की पाइरेट पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन को देश में हुए चुनाव में बहुमत मिलने का दावा किया गया है। पनामा पेपर्स लीक के कारण यहां संसदीय चुनाव कराने की जरूरत पड़ी है। टीवी एक्जिट पोल में पाइरेट पार्टी को मामूली अंतर से जीत मिलने का दावा किया गया है।
सरकारी टीवी चैनल आरयूवी ने 63 सदस्यीय संसद में पाइरेट पार्टी के 12 विजयी सदस्यों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने का अनुमान जताया है। वर्ष 2012 में गठित पार्टी ने पहली बार तीन अन्य वामपंथी एवं मध्यमार्गी विपक्षी दलों के साथ मिलकर गठबंधन बनाया था। गठबंधन में लेफ्ट-ग्रीन मूवमेंट, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी और ब्राइट फ्यूचर पार्टियां शामिल हैं।
आरयूवी के अनुसार गठबंधन ने कुल 32 सीटें जीतीं। लेफ्ट-ग्रीन मूवमेंट को 11 सीटें मिलीं जबकि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी और ब्राइट फ्यूचर पार्टी को क्रमश पांच एवं चार सीटें मिलीं। पनामा पेपर्स लीक के बाद इस साल अप्रैल में तत्कालीन प्रधानमंत्री एस डेविड गनलौगसन ने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके कारण चुनाव कराने की जरूरत पड़ी।
पनामा पेपर्स लीक में खुलासा किया गया था कि कैबिनेट मंत्रियों, बैंकरों और उद्योगपतियों सहित देश के 600 लोगों ने कर चोरी के पनाहगार देशों में अवैध रूप से काफी पैसे जमा कर रखे है।