सर्दियों के महीनों में शरीर में दर्द होना आम बात है, खासकर जोड़ों में। ऐसा होने के कई कारण होते हैं। सर्दियों के दौरान शरीर में दर्द के जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय रहना और अच्छी शारीरिक फिटनेस बनाए रखना महत्वपूर्ण है। स्ट्रेचिंग और व्यायाम जो लचीलेपन को बढ़ावा देते हैं, जैसे कि योग और पिलेट्स, कठोरता और बेचैनी को कम करने में भी सहायक हो सकते हैं।
ठंडा मौसम: ठंड का मौसम मांसपेशियों और जोड़ों में तनाव पैदा कर सकता है, जिससे अकड़न और दर्द हो सकता है। जब बाहर ठंड होती है, तो शरीर की ब्लड वेसल्स गर्मी को बनाए रखने के लिए सिकुड़ जाती हैं, जिससे मांसपेशियों और जोड़ों में ब्लड का फ्लो कम हो सकता है।
ह्युमिडिटी: कम ह्युमिडिटी का लेवल सर्दियों के महीनों के दौरान आम है, शरीर के ऊतकों को सूखने और चोट लगने की अधिक संभावना पैदा कर सकता है।
कम धूप: कम धूप के कारण शरीर में कम विटामिन डी होता है, जिससे हड्डी और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
हार्मोनल चेंज : शरीर में हार्मोनल चेंज विशेष रूप से महिलाओं में, सर्दियों के महीनों में दर्द के प्रति संवेदनशीलता बढ़ सकती है।
सेडेंटरी लाइफस्टाइल : बहुत से लोग सर्दियों के दौरान अधिक गतिहीन हो जाते हैं, जिससे शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है और मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द का खतरा बढ़ जाता है।