Kharmas 2022 : खरमास में क्यों नहीं किए जाते शुभ कार्य और विवाह, जानें

Samachar Jagat | Wednesday, 14 Dec 2022 02:10:52 PM
Kharmas 2022 :  Why auspicious work and marriage are not done in Kharmas, know

खरमास, जिसे मलमास भी कहा जाता है, एक महीने तक रहता है और इस दौरान शादी, सगाई, मुंडन, गृहप्रवेश या गृह निर्माण सहित कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता। खरमास दिसंबर में धनु संक्रांति से शुरू होता है और जनवरी में मकर संक्रांति के दिन समाप्त होता है। हिन्दू धर्म में खरमास का विशेष महत्व है।

ग्रहों के राजा सूर्य 16 दिसंबर 2022 को धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। 14 जनवरी 2023 को सूर्य के मकर राशि में गोचर करने पर फिर से शुभ कार्य शुरू हो सकते हैं।

खरमास समाप्त होने के बाद 17 जनवरी 2023 से 14 मार्च 2023 तक विवाह के योग बनेंगे। इस दौरान विवाह के करीब 28 शुभ मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद 15 मार्च 2023 को सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे और फिर से खरमास शुरू हो जाएगा।

ये हैं 17 जनवरी 2023 से 14 मार्च 2023 तक विवाह के शुभ मुहूर्त

खरमास के बाद विवाह के शुभ मुहूर्त (2023 में शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त)

जनवरी 2023 - 17 जनवरी, 18 जनवरी, 19 जनवरी, 25 जनवरी, 26 जनवरी, 27 जनवरी, 30 जनवरी और 31 जनवरी

फरवरी 2023 - 1 फरवरी, 6 फरवरी, 7 फरवरी, 8 फरवरी, 9 फरवरी, 10 फरवरी, 13 फरवरी, 15 फरवरी, 22 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी और 28 फरवरी

मार्च 2023 - 1 मार्च, 5 मार्च, 6 मार्च, 7 मार्च, 8 मार्च, 9 मार्च, 11 मार्च और 14 मार्च
 
खरमास में क्यों नहीं होते विवाह

खरमास या मलमास में विवाह जैसे शुभ कार्यों को शुरू नही किया जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार खरमास में शादी करने से पति-पत्नी के रिश्ते कमजोर हो सकते हैं। इस साल खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है और 14 जनवरी 2023 को जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब विवाह के शुभ मुहूर्त फिर से खुलेंगे।
 



 

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