एकादशी 2021 या निर्जला एकादशी आज 10 -11 जून को मनाई जा रही है। हिंदुओं में एकादशी का बहुत महत्व है। कई हिंदू लोग निरजला एकादशी का व्रत रखते हैं, जिसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, इस विश्वास के साथ कि वे मृत्यु के बाद स्वर्ग जाएंगे। यह दिन मई-जून में शुक्ल पक्ष के दौरान 11 वें चंद्र दिवस पर मनाया जाता है। इस बार निर्जला एकादशी 11 जून को है। निर्जला एकादशी के दिन लोग यात्रियों को पीने का पानी चढ़ाते हैं। कुछ लोग पक्षियों को मिट्टी के घड़ों में पानी भरकर भी पिलाते हैं। मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ के महीने में दूसरों को जल पिलाने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
निर्जला एकादशी तिथि, मुहूर्त: शुभ मुहूर्त
- निर्जला एकादशी तिथि - 10 जून 2022
- एकादशी तिथि प्रारंभ: 10 जून सुबह 7.25 बजे
- एकादशी तिथि समाप्त: 11 जून शाम 5:45 बजे तक
निर्जला एकादशी पूजा विधि:
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कार्य से लौटकर स्नान करें।
- भगवान विष्णु की पूजा करें, पीले वस्त्र धारण करें।
- 'O नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।
- भोग, पीले फूल और फल चढ़ाएं।
- रात भर जागकर भजन-कीर्तन करें।
- किसी भी प्रकार की गलती के लिए भगवान से क्षमा मांगें।
- पूजा में चावल का प्रयोग न करें, तिल का प्रयोग करें।