इंटरनेट डेस्क। पोर्न फिल्म का नाम जुबान पर आते ही आजकल युवाओं के दिल खुशी से पागल हो जाते है। आज से बीस दशक पहले इंटरनेट की सुविधा नहीं थी, तब पोर्न फिल्मों का प्रसारण कम था, लेकिन मॉडल जमाने की चकाचौंध में इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से पोर्न फिल्म परोसी जा रही है।
इंटरनेट पर कामोत्तेजक तस्वीर और वीडियो देखने के कई साइड इफेक्ट हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पोर्न फिल्में देखने में कोई हर्ज नहीं है। लेकिन कुछ लोग यह भी मानते है कि यह नुकसानदेह साबित हो सकती है।
यह मामला गंभीर है। इसी कारण से देश की सबसे बड़ी कोर्ट को भी सरकार से यह कहना पड़ता है कि वे इंटरनेट पर मौजूद पोर्न पर रोकथाम के लिए उपाय सुझाए और इसके लिए कदम उठाए जा रहे है।
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इसके बावजूद, आलम यह है कि सरकार हर बार अपनी लाचारी प्रकट कर रही है और काम समाप्त मान लेती है। खैर जो भी हो, लेकिन मुद्दा यह है कि क्या पोर्न देखने के कुछ फायदे हैं? क्या इसे देखने से होने वाला नुकसान 'क्षणिक संतुष्टि' पर भारी पड़ सकता है? क्या पोर्न दाम्पत्य जीवन में जहर घोल सकता है? यहां इन्हीं बातों पर चर्चा की गई है।
- बढ़ते दुष्कर्म मामले के लिए कौन जिम्मेदार?
आज देशभर में बढ़ते दुष्कर्म के मामलों के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएं? समाज में दुष्कर्म जैसी घटनाओं में दिन प्रतिदिन हो रही बढ़ोतरी के लिए अश्लील सामग्रियों को भी जिम्मेदार ठहराया जाता है। एक दायरे तक यह बात सही भी लगती है। इसका दूसरा पक्ष यह है कि पोर्न देखने वाला व्यक्ति 'इसी तरह' खुद को संतुष्ट कर लेता है और इसी कारण से किसी बड़े सामाजिक क्राइम से बच जाता है।
क्या अश्लील सामग्री दाम्पत्य जीवन पर असर डाल सकती है? तो हम आपको बता दें कि सतही तौर पर देखने में ऐसा लगता है कि पोर्न शादीशुदा जिंदगी में 'जोश' लाने में मददगार साबित हो सकता है, पर इसकी लत वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर सकती है। ऐसा मानने के पीछे कई कारण छुपे हुए है।
- पार्टनर से सेक्स की ज्यादा लालसा
अक्सर सुना जाता है कि पोर्न फिल्म देखने वाले जोड़े अपने पार्टनर से वैसी ही उम्मीद करते हैं, जैसा वह पोर्न वीडियो में देखते हैं। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल गलत है, इससे आपके दाम्पत्य जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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हकीकत यह है कि उन फिल्मों को जानबूझकर ज्यादा भडक़ाऊ और हॉट बनाया जाता है, जिसे हकीकत में उतारना हर बार मुमकिन नहीं होता है। इसी वजह से कपल में असंतोष तो पनपता है, स्वभाव में क्रूरता और उग्रता भी आ सकती है, जो आगे चलकर नुकसानदेह साबित हो सकती है।
- ...और प्यार देने में हो सकती है कमी
बार-बार पोर्न फिल्में देखने वाला व्यक्ति जब इसकी लत का शिकार हो जाता है, तो वे सपने देखने लग जाता है और हर बार इसी तरीके से खुद को संतुष्ट करने का प्लान बनाता है। यहां तक कि कई बार पार्टनर से सचमुच सेक्स करने की उसकी इच्छा लगभग समाप्त हो जाती है। ऐसा भी हो सकता है कि सेक्स के चक्कर में पार्टनर के प्रति उसका सच्चा प्यार ही कम हो सकता है। ऐसे में रिश्ते बिगड़ सकते है?
- पोर्न से पड़ेगा हेल्थ पर असर
ज्यादा पोर्न फिल्में देखने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। हम आपको बता दें कि अगर बार-बार उत्तेजना पैदा करने के लिए पोर्न जैसे अश्लील सामग्रियों का सहारा लिया जाए, तो शरीर का 'स्वाभाविक जोश' खोने का खतरा बढ़ सकता है। तब ऐसी भी स्थिति पैदा हो सकती है कि बिना पोर्न फिल्म देखे उत्तेजना ही न पैदा हो। यह शरीर पर एक बुरा प्रभाव डालती है।
- विवाहेतर संबंधों के लिए प्रेरित
पोर्न फिल्मों की वजह से नैतिकता को ताक पर रखने की प्रवृति बढ़ सकती है। इससे लोग विवाहेतर संबंधों के लिए प्रेरित हो सकते हैं। यहां तक कि उसे अपने जीवनसाथी को छोडक़र किसी और के साथ नया जीवन शुरू करने में भी कोई एतराज नहीं होता। इस तरह अनेक मामलों में तलाकशुदा लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
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कुछ शादीशुदा लोगों का एक पुरुष और एक स्त्री से जी नहीं भरता और ऐसे लोग बाद में अपने घर के आसपास या फिर ऑफिस में एक ऐसा नाजायज रिश्ता बना लेते हैं जिसे यह समाज कभी भी स्वीकार नहीं कर सकता। मतलब मर्यादा तार-तार होने की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इसमें क्या सही और क्या गलत, यह फैसला हम आप पर डालते है ?