अहमदाबाद। गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते एटीएस ने पूर्व कांग्रेस विधायक भावसिंह राठौर के पुत्र किशोरसिंह राठौर को पार्टी में इस्तेमाल किया जाने वाला मादक पदार्थ मेथमफेटामाइन तैयार करने के लिए 270 करोड़ रूपये के कच्चे माल की आपूर्ति करने में उसकी कथित संलिप्तता के लिए आज गिरफ्तार किया।
किशोरसिंह तब से ही फरार था जब उसका नाम अप्रैल 2016 में भंडाफोड़ हुए मादक पदार्थ रैकेट के सरगना तौर पर सामने आया था। उस समय गुजरात पुलिस ने 1364 किलोग्राम इफेड्रिन जब्त किया थ। इफेड्रिन का पार्टी मादक पदार्थ मेथमफेटामाइन तैयार करने में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल होता है।
अधिकारियों के अनुसार किशोरसिंह को एटीएस की एक टीम ने राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित चंबल क्षेत्र से पकड़ा।
पुलिस अधीक्षक एटीएस हिमांशु शुक्ला ने कहा, ''एटीएस की एक टीम ने किशोरसिंह को आज सुबह राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित चंबल क्षेत्र से पकड़ा। वह वहां कुछ समय से छुपा हुआ था। हमारे द्वारा मादक पदार्थ रैकेट का भंडाफोड़ करने और उसमें उसकी संलिप्तता का पता लगाये जाने के बाद से वह फरार था।
गुजरात में एक बड़े मादक पदार्थ जब्ती मामले में शहर की अपराध शाखा और राज्य एटीएस दलों ने गत वर्ष अप्रैल में शहर के बाहरी क्षेत्र स्थित एक कारखाने पर छापा मारकर 1364 किलोग्राम इफेड्रिन जब्त की थी।
उस समय पुलिस ने कारखाना मालिक नरेंद्र कच्चा को गिरफ्तार किया था जबकि किशोरसिंह की तलाश शुरू की गई थी क्योंकि पुलिस ने उसे रैकेट का सरगना पाया।
आरोप लगाया गया था कि किशोरसिंह ने अपने सहयोगी जय मुखी के साथ मिलकर यह मादक पदार्थ महाराष्ट्र के शोलापुर से खरीदा था और उसे कच्चा को दिया था ताकि वह इसे क्रिस्टल मेथ मेथमफेटामाइन में बदल सके।
जांच के दौरान एटीएस को यह भी पता चला कि किशोरसिंह कथित अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ माफिया विक्की गोस्वामी के साथ सम्पर्क में था जिसके बारे में माना जाता है कि वह केन्या में है।
शुक्ला ने कहा, ''विक्की गोस्वामी भी इस मामले में एक आरोपी है और उसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है।