राजस्थान में गुर्जर आरक्षण के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का निधन हो गया है। जी हाँ, आपको बता दें कि वह पिछले कुछ दिनों से काफी बीमार चल रहे थे. हाल ही में उन्होंने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की कमान अपने बेटे विजय बैंसला को सौंपी थी. आपको बता दें कि किरोड़ी सिंह बैंसला सेना में कर्नल थे। जी हां, और कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का अंतिम संस्कार टोडाभीम के मुंडिया गांव में होने जा रहा है. आपको बता दें कि सीएम गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने बैंसला के निधन पर गहरा दुख जताया है.
दरअसल, सेवानिवृत्त होने के बाद बैंसला ने राजनीति में कदम रखा और बैंसला ने भाजपा के टिकट पर टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन कांग्रेस के नमोनारायण मीणा से बहुत कम अंतर से चुनाव हार गए। वहीं, एसटी में गुर्जरों को शामिल करने की मांग को लेकर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में वर्ष 2008 में हुए गुर्जर आरक्षण में 70 मौतें हुईं.
आपको बता दें कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने राजस्थान के गुर्जरों के लिए अलग से एमबीसी यानी अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत गुर्जरों के लिए सरकारी नौकरियों में 5 प्रतिशत आरक्षण पाने में कामयाबी हासिल की। दरअसल, पहले राजस्थान के गुर्जर ओबीसी में थे, लेकिन बैंसला के दबाव में सरकार को गुर्जरों को एमबीसी में शामिल करना पड़ा। वहीं गुर्जर आंदोलन से किरोड़ी सिंह बैंसला को बड़ा फायदा हुआ। जी हां और वे राजस्थान की राजनीति में एक मजबूत नेता के रूप में उभरे।