नई दिल्ली। दिल्ली में रिंग रोड स्थित बुराड़ी में बने यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क में तेंदुआ पाए जाने की पुष्टि हुई है। इस पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने खुशी जाहिर की है। उनका कहना है कि यह बड़ी बात है कि पॉल्युशन से घिरी दिल्ली के इस पार्क में नए मेहमान का आना खास बात है। फिलहाल यह तेंदुआ दिन में पार्क के झाऊ और सरकंडों में बने जंगल में आराम फरमा रहा है। पार्क का स्टाफ उस पर लगातार निगरानी रख रहा है।
चार दिन पहले पार्क के एक कर्मचारी ने अफसरों को बताया था कि उसने धुंधलके में एक ऐसा जानवर देखा है, जिसकी पूंछ काफी लंबी है। अफसर समझे कि शायद पार्क में जंगली भैंसा आ गया है। जब अफसरों ने पार्क की मिट्टी का निरक्षण किया तो उन्हें पता चला कि यह किसी बड़ी बिल्ली के पगमार्क हैं।
सूत्र बताते हैं कि इसकी जानकारी तुरंत उपराज्यपाल नजीब जंग को दी गई कि पार्क में बड़ी बिल्ली नजर आई है। इस सूचना से जंग काफी खुश हुए और पार्क की तारीफ की कि वहां कोई खास जानवर नजर आया है। चूंकि यह पार्क डीडीए का है और जंग डीडीए के मुखिया हैं, इसलिए उन्हें सूचित करना आवश्यक था। राजनिवास से संस्तुति मिलने के बाद परसों रात पार्क के अफसरों ने लाइट लगे वाहनों से वहां छानबीन की तो उन्हें तेंदुआ नजर आया।
पार्क के साइंटिस्ट इंचार्ज के अनुसार फिलहाल हम इस तेंदुए पर पूरी नजर रखे हुए हैं। यह जानवर दिन में यमुना किनारे बने झाऊ और सरकंडों के जंगल में आराम फरमा रहा है। यह जंगल यमुना किनारे 200 वर्गमीटर में है। उन्होंने बताया कि इसकी उम्र करीब तीन साल है और उसका पेट लटक रहा है। इसका अर्थ यह है कि पार्क में उसे भरपूर भोजन मिल रहा है।
पार्क में खरगोश, कुत्तों और नीलगायों के बच्चे इफरात में है, इसलिए उसे भोजन मिलने में परेशानी नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि यह तेंदुआ हरियाणा स्थित यमुनानगर के कलेसर नैशनल पार्क से आया है। इस पार्क से यमुना गुजरती है और यह यमुना के किनारे किनारे दिल्ली के इस पार्क में आ गया है। तेंदुआ पार्क में पिछले दो सप्ताह से विचरण कर रहा है। तकरीबन 457 एकड़ में फैला यह पार्क दो जोन में बंटा हुआ है।