इंटरनेट डेस्क। सर्वोच्च न्यायालय ने आज शुक्रवार को लखीमपुर खीरी मामले में कहा है कि वह लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है। लखीमपुर खीरी मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश ने उत्तर प्रदेश सरकार को अपने डीजीपी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि जब तक कोई अन्य एजेंसी इसे संभालती है तब तक मामले के सबूत सुरक्षित रहें। वहीं पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी आज शुक्रवार को लखीमपुर खीरी में मृतकों के परिजनों से मिले।
जब तक मिश्रा जी(अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होता, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा। इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा: नवजोत सिंह सिद्धू, लखीमपुर हिंसा मामले में दिवंगत पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मुलाकात के बाद pic.twitter.com/uXyUobSnSK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 8, 2021
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार, लखीमपुर खीरी में नवजोत सिंह सिद्धू ने मृतक किसान लवप्रीत के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान बड़ी संख्या में मीडिया भी वहां मौजूद रहा। सिद्धू ने मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और पूरी से पूरी मदद करने का आश्वासन दिया।
वहीं लखीमपुर हिंसा मामले में दिवंगत पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मुलाकात के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब तक मिश्रा जी(अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होता, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा। इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा।