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जयपुर। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष पर तंज कसा। इस दौरान उन्होंने कहा कि कई दल पराजय के कारण परेशान हैं। विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकले। उन्होंने इस दौरान विपक्ष को लेकर कई बातें कहीं।
पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया दी दी है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अपमान करार दिया है। पूर्व सीएम गहलोत ने इस संबंध में कहा कि संसद सत्र शुरू होने के पहले संसद में प्रवेश करने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विपक्ष पर टिप्पणी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अपमान है। सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए विपक्ष सभी तौर-तरीके अपनाता है।
सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी होती है कि वो विपक्ष को साथ लेकर चलने का प्रयास करे। प्रधानमंत्री का ऐसा बयान जनहित के मुद्दों पर चर्चा की बजाय विपक्ष को उकसाने का प्रयास है। भाजपा जब विपक्ष में थी तो पूरे सत्र तक सदन को बाधित रखती परन्तु ऐसी टिप्पणी कभी सरकार की ओर से नहीं की गई। प्रधानमंत्री की ओर से ऐसे बयान सदन की गरिमा को गिराने वाले हैं।
PC: aajtak
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