नयी दिल्ली | महंगाई और जीएसटी के मुद्दे पर चर्चा के लिए अड़े विपक्षी दलों के तीखे तेवरों को देखते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों में बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कार्यवाही स्थगित किए जाने के कारण मानसून सत्र में लगातार सातवें दिन शून्यकाल नहीं हो सका। विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने के बाद श्री नायडू ने जब सदन को उन्हें नियम 267 के तहत सदस्यों से मिले नोटिसओं पर कुछ बोलना चाहा तो विपक्षी सदस्यों ने जोर-जोर से बोलना शुरु कर दिया। श्री नायडू ने सदस्यों से कहा कि पहले वह उन्हें अपनी बात कहने दे।
सदस्यों के शांत नहीं रहने पर उन्होंने यह कहते हुए कि यदि आप कुछ सुनना नहीं चाहते तो ठीक है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इस तरह मानसून सत्र के सातवें दिन भी शून्यकाल नहीं हो सका। विपक्ष और सत्ता पक्ष के अपने-अपने रुख पर खड़े रहने के कारण सत्र के दौरान अब तक कोई खास विधयी कामकाज नहीं हो सका है। जहां विपक्ष कार्य स्थगन प्रस्ताव के तहत महंगाई और जीएसटी सहित अन्य मुद्दों पर तुरंत चर्चा कराने की मांग पर अड़ा है वहीं सरकार का कहना है कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए उपयुक्त माहौल और सहमति बनाना जरूरी है।