ये सभी जानते हैं कि रावण का भाई था कुंभकर्ण और वह 6 माह तक सोता था। माना जाता है कि कुंभकर्ण को ये वरदान मिला था कि वह 6 माह सोएगा और 6 माह तक जागेगा। कुंभकर्ण को ये वरदान किसने दिया, इसका वर्णन रामायण में किया गया है। आइए आपको बताते हैं इस रोचक कथा के बारे में.....
घर की इन जगहों पर नहीं लटकाना चाहिए कैलेंडर
कुंभकर्ण बहुत ही बुद्धिमान और बहादुर था, एक बार अपनी शक्तियों का विस्तार करने के लिए रावण, कुंभकर्ण और विभीषण तीनों भाईयों ने ब्रह्मा जी को प्रसन्न करने के लिए यज्ञ किया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी प्रकट हुए और तीनों को वरदान मांगने को कहा, जैसे ही कुंभकर्ण ने वरदान मांगना शुरू किया तो वह इंद्रासन मांगने की जगह निद्रासन मांग बैठा। जब तक कुंभकर्ण अपनी भूल को सुधार पाता तब तक ब्रह्मा जी तथास्तु कह चुके थे, तभी से कुंभकर्ण 6 माह तक सोता था।
इन ख़बरों पर भी डालें एक नजर :-
जानिए! क्यों हिंदू धर्म में 'श्रद्धांजलि' देने के लिए उपयुक्त नहीं है 'RIP' शब्द
हिंदू धर्म में क्यों किया जाता है तांबे के बर्तनों का प्रयोग
इस ताले के खुलते ही चमक उठेगी आपकी किस्मत