कोलकाता। विदर्भ के तेज गेंदबाज ललित यादव भाला फेंक में राज्यस्तरीय एथलीट और गोला फेंक में माहिर थे लेकिन इस 20 वर्षीय खिलाड़ी ने उमेश यादव को देखने के बाद क्रिकेट को अपनाया और अब वह रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम की तरफ से अहम भूमिका निभा रहे हैं।
ललित ने ‘उमेश भैया’ की तरह बनने की ठान ली और भारतीय वायुसेना के अधिकारी के बेटे को इस साल सीनियर स्तर पर खेलने का मौका भी मिल गया जहां लगातार दूसरी बार पारी में पांच या अधिक विकेट लिए।
विदर्भ के खिलाड़ी उन्हें उमेश के उपनाम की तर्ज पर ‘छोटा बबलू’ कहते हैं।
ललित ने कहा कि मैंने छह साल पहले जूनियर चैंपियनशिप बैडमिंटन और भाला फेंक जीती थी लेकिन मैं हमेशा तेज गेंदबाज बनना चाहता था। मैं ट्रायल्स के लिए गया और चुना गया।
ओडि़शा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में पदार्पण करने वाले ललित ने कर्नाटक के खिलाफ तीसरे मैच में ही आठ विकेट लिए और आज महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होंने 81 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। वह हमेशा उमेश यादव के संपर्क में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि जब भी वह नागपुर आते हैं तो मैं उनसे मिलता हूं। उन्हें तेज गेंदबाजी का अपार अनुभव है और वह हमेशा मेरी मदद करते हैं। मैं वास्तव में उनका आभारी हूं।