दोहा (कतर) : फुटबॉल प्रेमी अपने स्टार लियोनल मेस्सी को विश्व कप के एक और मैच में खेलते देख सकेंगे। अर्जेंटीना ने दूसरे हाफ में किये गये दो गोल की मदद से बुधवार रात फीफा विश्व कप मैच में पोलैंड को 2-0 से हराकर नॉकआउट चरण के लिये क्वालीफाई किया।
ग्रुप सी से हालांकि पोलैंड भी हार के बावजूद अगले दौर में पहुंचने में सफल रही क्योंकि वह गोल अंतर में मैक्सिको से आगे रही।
मेस्सी की टीम के लिये एलेक्सिस मैक एलिस्टर ने 46वें मिनट में और जूलियन अल्वारेज ने 67वें मिनट में गोल दागे। अर्जेंटीना ग्रुप में छह अंक से शीर्ष स्थान पर रही जिससे वह शानिवार को आस्ट्रेलिया के सामने होगी जिसने हैरान करते हुए अगले दौर में जगह बनायी। मेस्सी के लिये संभवत: यह अंतिम विश्व कप है।
मेस्सी इस मैच में जीत से से राहत महसूस कर रहे होंगे क्योंकि वह पेनल्टी पर गोल करने में विफल रहे। पोलैंड के गोलकीपर वोजसिएच श्जेस्नी का हाथ गलती से उनके चेहरे पर लगा जिससे पेनल्टी दी गयी। पर गोलकीपर ने 39वें मिनट में मेस्सी की किक का डाइव करते हुए बचाव किया। मेस्सी ने मैच के बाद कहा, ''अब एक और विश्व कप शुरू होता है। और उम्मीद है कि हम वही करना जारी रखेंगे जो हमने आज किया। ’’
उन्होंने कहा, ''मैं निराश हूं कि मैं पेनल्टी चूक गया लेकिन मेरी गलती के बाद टीम ने मजबूत वापसी की। ’’ विश्व कप के शुरूआती मैच में सऊदी अरब से मिली 1-2 की उलटफ़ेर भरी हार के बाद अर्जेंटीना का अगले दौर में पहुंचना शानदार रहा। यह टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे बड़े उलटफ़ेर में से एक था। वहीं पोलैंड के लिये यह खुशगवार रात रही क्योंकि मैक्सिको के बराबर चार अंक के बावजूद गोल अंतर से दूसरे स्थान पर रहकर राउंड 16 में पहुंची जिसमें उसका सामना गत चैम्पियन फ्रांस से होगा।
स्टेडियम 974 पर ज्यादातर अर्जेंटीना के प्रशंसक मौजूद थे जो झंडे और स्कार्फ लहराने के अलावा ड्रम बजा रहे थे। सभी अपने स्टार को प्रोत्साहित करने के लिये 'मेस्सी मेस्सी’ चिल्ला रहे थे और मेस्सी के पेनल्टी चूकने के बाद भी इसमें कमी नहीं आयी। बल्कि दूसरे हाफ के शुरू में यह और तेज हो गयी।
दूसरे हाफ में 60 सेकेंड में मैक एलिस्टर ने राइट बैक नाहुएल मोलिना के क्रास पर पोलैंड के गोलकीपर को छकाते हुए गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलायी और स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गयी। यह मैक एलिस्टर का पहला अंतरराष्ट्रीय गोल था। इस गोल के बाद अर्जेंटीना के खिलाड़ियों और दर्शकों ने थोड़ी राहत की सांस ली। फिर एल्वारेज ने दनदनाता गोल कर अपनी टीम की बढ़त दोगुनी कर दी। यह उनका विश्व कप में पहला गोल था।