गूगल अपने क्रोम ब्राउज़र के लिए ad blocker का निर्माण कर रहा है और यह आने वाले कुछ हफ़्तों में रिलीज़ हो सकता है, Wall Street Journal की रिपोर्ट के अनुसार गूगल एक एड ब्लॉकर पर काम कर रहा है और वाकई ये एक अच्छा विचार है, भला कौन उन विज्ञापनों से परेशान नहीं होगा। जहाँ एक और अन्य कंपनियां इन विज्ञापनों से ही सब से ज्यादा पैसे कमाती है वही दूसरी और गूगल इन विज्ञापनों पर रोक लगाने वाला है.
यह फीचर ब्राउज़र से सभी तरह के ads जैसे कि पॉप-अप्स, ऑटो प्लेइंग वीडियोज़, स्टिकी ads और काउंट डाउन वाले विज्ञापनों को ब्लॉक कर देगा। जाहिर ही यूज़र्स इन विज्ञापनों को पसंद नहीं करतें हैं, इसलिए यूज़र्स के लिए यह एक अच्छा निर्णय हो सकता है लेकिन क्या गूगल के अपने लिए यह कदम सही साबित होगा, क्योकिं गूगल की आमदनी का एक बहुत बड़ा हिस्सा इन विज्ञापनों से ही मिलता है.
यह निर्णय Coalition for Better Ads ग्रुप के लिए अमान्य होगा जो कि गूगल और फेसबुक जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापनों का प्रदर्शन करतें हैं
गूगल ने उन सभी तरह के Ads को ब्लॉक करने का निर्णय लिया है जिनमे सभी प्रकार के Offending ads शामिल है.
गूगल ने अपनी इस Ad ब्लॉकिंग फ़ंक्शनैलिटी की व्याख्या करते हुए कहा है कि यूज़र्स को थर्ड-पार्टी एक्सटेंशन जैसे Eyeo के AdBlock Plus को इनस्टॉल करना पड़ सकता है. यह टूल एडवटाइज़र्स जैसे कि गूगल आदि से एक शुल्क वसूल करता है और इन विज्ञापनों को ब्लॉक करने के लिए यदि गूगल खुद अपना कोई समाधान निकालता है उसे Eyeo जैसे Advertisement blockers को भुगतान नहीं करना होगा।
यह एक बहुत ही बड़ा निर्णय हो सकता है क्योकिं गूगल ने पिछले साल विज्ञापनों के माध्यम से 60 बिलियन डॉलर कमाएं हैं और क्रोम ब्राउज़र को विश्व स्तर पर सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है. कंपनी ने इस समय इस बारें में अभी कुछ भी टिप्पणी नहीं की है. लेकिन हमे आशा है कि समय के साथ हम गूगल के इस विचार के बारें में और अधिक जान पाएंगे।