भारतीय स्टेट बैंक और आइसीआईसीआई समेत आधा दर्जन बैंकों के बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने भी जमा दरें घटा दी हैं। बैंकों ने यह कदम नोटबंदी के बाद अपने पास बढ़ती जमाओं को देखते हुए उठाया है। इससे एफडी के ब्याज पर निर्भर रहने वालों को दिक्कत हो सकती है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने का एलान किया था। उसके बाद से अब तक अकेले पीएनबी के पास ही लोग 47,000 करोड़ रुपये जमा करा चुके हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के पीएनबी ने एफडी दर में 0.15 फीसदी तक की कटौती की है। इसके अलावा बैंक ने बड़ी राशियों वाले बल्क डिपॉजिट की दरों को भी आधा फीसद तक घटाया है। पीएनबी की नई दरें 23 नवंबर से लागू होंगी। इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक और निजी क्षेत्र के आइसीआइसीआइ ने भी एफडी दर में 0.15 फीसद की कमी का एलान किया था। सरकारी क्षेत्र के यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने सबसे यादा एक फीसद की कटौती की है। निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक एक करोड़ से पांच करोड़ वाले बल्क डिपॉजिट पर ब्याज दर 0.25 फीसद घटा चुका है।