नई दिल्ली। एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमर अबरोल ने जोर देकर कहा है कि एयरलाइन के लिए चीजें अच्छी दिख रही हैं और कंपनी निवेश करना जारी रखेगी और चालू वित्त वर्ष में बेड़े का आकार बढ़ाकर 10 करेगी।देश में जून 2014 में सेवा शुरू करने वाला सस्ती विमानन सेवा कंपनी को अगले साल मार्च के अंत तक कर्मचारियों की संख्या करीब 1,000 पहुंचाने का लक्ष्य है।
एयर एशिया इंडिया, टाटा तथा मलेशिया के एयर एशिया बेरहाद की संयुक्त उद्यम है। कंपनी हाल में उस समय चर्चा में आई जब टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने एयरलाइंस में 22 करोड़ रूपए मूल्य के सौदे में धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
अबरोल ने कहा कि फिलहाल एयरलाइन में आठ विमान हैं और चालू वित्त वर्ष में दो तथा विमान शामिल किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारियों की संख्या इसी अवधि में करीब 1,000 पहुंच जाएगी जो फिलहाल 800 से 850 के करीब है। उन्होंने कहा, मार्च मे हमारे कर्मचारियों की संख्या 1,000 होगी....चीजें अच्छी दिख रही हैं और हम भारत में निवेश करना जारी रखेंगे।
सितंबर तिमाही के अंत तक एयरलाइंस की घरेलू विमानन बाजार में 2.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सितंबर के अंत तक उसने 5.89 लाख यात्रियों को सेवाएं दी। यह पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 42 प्रतिशत वृद्धि को बताता है।
अमर अबरोल ने यह भी कहा कि मार्च में नए प्रबंधन आने के साथ एयरलाइन में सकल लाभ दिख रहा है। हालांकि उन्होंने आंकड़े नहीं बताए। उन्होंने इस साल मार्च में एयरलाइन की जिम्मेदारी संभाली। एयरलाइन में वित्तीय गड़बड़ी के आरोप के बारे में पूछे जाने पर अबरोल ने कहा कि एयरलाइन इस संदर्भ में पहले ही बयान जारी कर चुकी है।
मिस्त्री के एयरलाइन में 22 करोड़ रूपए की गड़बड़ी के आरोप के बाद एयर एशिया इंडिया ने 31 अक्तूबर को कहा था कि कुछ पूर्व कार्यकारियों के अनियमित खर्च के दावों को लेकर जांच जारी है।
उन्होंने यह माना कि प्रतिस्पर्धा कड़ी है और कहा कि ऐसी स्थिति ग्राहकों के लिए तो अच्छी है लेकिन एक एयरलाइन के रूप में हम संतुलन बनाने की कोशिश करेंगे।