जयपुर। राजस्थान में अपने 3 साल पूरे होने की खुशी में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक नई सौगात दी है। तमिलनाडु की 'अम्मा रसोई' की तर्ज पर राजस्थान में 'अन्नपूर्णा रसोई' योजना लागू की गई हो जो गरीब लोगों को महज 8 रूपए में भरपेट भोजन और 5 रूपए में नाश्ता उपलब्ध कराएगी।
इस योजना की आधिकारिक रूप से शुरुआत आज गुरुवार को जयपुर नगर निगम मुख्यालय में यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने की। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राजे 5 अन्नपूर्णा रसोई वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
आपको बता दें जयपुर में कुल 25 ऐसी अन्नपूर्णा रसोई होंगी, जिसमें 5 रुपये में नाश्ता और 8 रुपये में पौष्टिक खाना मिलेगा। राज्य सरकार अन्नपूर्णा योजना के तहत प्रदेश के 12 शहरों में रोजाना 80 वाहनों की मदद से 24 हजार लोगों तक सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात का खाना पहुंचाएगी। पहले चरण में केवल 12 शहरों को इस योजना के साथ जोड़ा गया है इसके बाद अन्य शहरों को भी जोड़ा जाएगा।
लागत से बहुत कम में मिलेगा पौष्टिक आहार
खाना परोसने के लिए टेण्डर के जरिए निजी क्षेत्र के लोगों का चयन किया गया है। राज्य सरकार को नाश्ते व भोजन की लागत 15 व 20 रुपए आएगी, जबकि जनता को यह महज 5 रूपए व 8 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा। नागरिकों को पौष्टिक एवं शुद्ध भोजन मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
स्वायत्त शासन विभाग ने अन्नपूर्णा योजना के तहत पांच साल का खाका तैयार किया है। इसके तहत पहले साल 2016-17 में 5.35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें 2.30 करोड़ की राशि भोजन शुल्क के रूप में वसूली जाएगी और 3.04 करोड़ रुपए सरकार वहन करेगी। इसके बाद आगामी वित्त वर्ष 2017-18 में 19.27 करोड़, वर्ष 2018-19 में 23.12 करोड़, वर्ष 2019-20 में 27.75 करोड़ और वर्ष 2020-21 में 33.30 करोड़ रुपए के खर्चे की योजना तैयार की गई है।
एक वाहन में होगी 100 लोगों के खाने की व्यवस्था
एक वाहन में 100 लोगों के खाने की व्यवस्था रहेगी। वाहन ऐसे स्थान पर भोजन परोसेंगे, जहां मजदूर व अन्य गरीब लोग ज्यादा आते-जाते हों। इस वाहन को रसोई की तर्ज पर डिजायन किया गया है। इसको स्वायत्त शासन निदेशालय अनुमोदित करेगा। इसमें फ्रिज, गैस स्टोव, हॉट प्लेट, वॉशबेसिन, खाना परोसने, गर्म करने के बर्तन, चिमनी, जनरेटर, सहित अन्य कई सुविधाएं हैं।
ये रहेगा ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का समय
ब्रेक फास्ट- प्रात: 8 से 11.30 बजे तक
लंच- प्रात: 11.30 से दोपहर 2.30 बजे तक
डिनर- शाम 7 से 9.30 रात्रि बजे तक
कहां कितने वाहन परोसेंगे खाना
जयपुर में 25 वाहन
जोधपुर में 5 वाहन
कोटा में 10 वाहन
अजमेर में 5 वाहन
बीकानेर में 5 वाहन
उदयपुर में 5 वाहन
भरतपुर में 5 वाहन
बांरा में 3 वाहन
बांसवाड़ा में 4 वाहन
डूंगरपुर में 4 वाहन
प्रतापगढ़ में 3 वाहन
झालावाड़ में 6 वाहन
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता ने सबसे गरीबों को लिए सस्ता और पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की योजना को लागू किया था। 'अम्मा की रसोई' नाम से साल 2013 में चैन्नई समेत प्रदेश के कई शहरों में इस योजना को लागू किया। इस स्कीम के तहत लोगों को महज 3 रूपए में पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया था।
अम्मा की इस योजना की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसी स्कीम को स्टडी करते हुए दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भी इसी तर्ज पर साल 2016, जुलाई माह में सस्ता भोजन उपलब्ध कराने की योजना का एलान किया। इसे 'आम आदमी कैंटीन' नाम दिया गया।
इसी तर्ज पर राजस्थान की महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी 'अन्नपूर्णा रसोई' नाम से इस योजना को गरीबों को लिए लागू किया है। फिल्हाल इसे 12 शहरों में लागू किया गया है लेकिन आने वाले समय में अन्य शहरों में भी इसे लागू किया जाएगा।
ब्यूरो रिपोर्टः विक्रम सिंह