इंंसान का शरीर काफी विटामिन उत्पन्न नहीं करता जितने की उसे जरुरत होती है और इसलिए उन्हें यह खाने से मिलना चाहिए। अगर यह सप्लीमेंट की तरह लिया जाए और रोज के खाने में शुमार किया जाए तो अगर आपके खाने में अनियमितता है,ज्यादा पका खाना खा रहे हैं या फिर अस्वस्थ्यकर खाना खा रहे हैं तो भी बैलेंस बना रहता है।
विटामिन की जरुरत रेड ब्लड सेल की उत्पत्ति के लिए होती है और यह नर्वस सिस्टम, स्केलेटल सिस्टम और रेजिस्टेंस सिस्टम के बचाव में मदद करता है। इससे आँखों की रौशनी अच्छी होती है और त्वचा की परेशानी जैसे सोरायसिस और एक्जीस को लेना चाहिए? आज हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि विटामिन डी सप्लीमेंट लेने चाहिए या नहीं। विटामिन डी से कैल्शियम मिलता है जो हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है।
विटामिन डी न्यूरो मस्कुलर फंक्शन बनाये रखता है, सूजन और जलन को कम करता है और कोशिका के विकास में मदद करता है। हाल ही में हुए शोध के अनुसार विटामिन डी से फर्टिलिटी बढ़ती है, बीमारियों अधिक उग्र नहीं होती, स्तन कैंसर और सांस की नली के इन्$फेक्शन का खतरा कम होता है।
विटामिन डी न्यूरो मस्कुलर फंक्शन बनाये रखता है, सूजन और जलन को कम करता है और कोशिका के विकास में मदद करता है। हाल ही में हुए शोध के अनुसार विटामिन डी से फर्टिलिटी बढ़ती है, बीमारियों अधिक उग्र नहीं होती, स्तन कैंसर और सांस की नली के इन्$फेक्शन का खतरा कम होता है।
इसलिए विटामिन डी की $जरुरत होती है। हालांकि, आपको अपने आप से यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या आपको विटामिन डी सप्लीमेंट की $जरुरत है। ऐसा देखा गया है कि जो लोग अपने आप को धूप से बचा कर रखते हैं उनमें विटामिन डी की कमी पायी जाती है। जब हमारे शरीर को सूर्य की यूवीबी रे$ज मिलती हैं तब हमारा शरीर विटामिन डी का निर्माण करता है।
कुछ लोग विटामिन डी की कमी से इसलिए भी जूझते हैं क्योंकि वह मोटापे का शिकार होते हैं और विटामिन डी एक फैट सॉल्युबल विटामिन है। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं विटामिन डी की कमी को झेलती हैं क्योंकि यह बच्चे के सही विकास के लिए $जरूरी होता है।
इसलिए विटामिन डी सप्लीमेंट की $जरुरत होती है। आप अपने आप को अगर सूर्य की रौशनी में रखते हैं और विटामिन डी से भरपूर खाना खाते हैं जैसे दूध, दही भी आपको विटामिन डी सप्लीमेंट लेने की जरूरत पड़ सकती है क्योंकि शायद आपका शरीर काफी विटामिन डी सोख ना पा रहा हो।
इसलिए विटामिन डी की कमी के संकेतों पर ध्यान रखें और इस हिसाब से डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपको सही डोज की सलाह देगा। अपने आप से विटामिन डी के सप्लीमेंट ना लें क्योंकि अगर आपने यह सही मात्रा में नहीं लिया तो इसका परिणाम काफी खतरनाक हो सकता है।