वाशिंगटन। पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों का जखीरा लगातार बढ़ा रहा है और इस वक्त उसके पास करीब 130-140 परमाणु हथियार हैं। इसके अलावा उसने अमेरिका से मिले स्न-16 सहित कुछ दूसरे लड़ाकू विमानों को परमाणु हमले लायक बना लिया है और कुछ और को बना रहा है। पाकिस्तान ने ऐसा कर अमेरिकी नियमों का उल्लंघन किया है क्योंकि जब उसे ये विमान दिए गए थे तब साफ कहा गया था कि इन विमानों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। परमाणु वैज्ञानियों की ताजा रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है और उसके पास 130 से 140 परमाणु हथियारों का भंडार है। वह परमाणु डिलिवरी के लिए एफ-16 समेत अपने कुछ लड़ाकू जेटों को परमाणु हथियार वाहक के रूप में विकसित कर रहा है। हंस एम क्रिस्टेनसेन और रोबर्ट एस नोरिस द्वारा लिखित एक रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान सेना की चौकियों और वायुसेना के ठिकानों के वाणिज्यिक उपग्रह चित्रों की एक बड़ी संख्या के विश्लेषण में मोबाइल लांचरों और भूमिगत बंकरों को दिखाई देते हैं और ये परमाणु बलों से संबंधित हो सकते हैं।
पाकिस्तानी परमाणु बलों 2016 पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान लगातार अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। वह अधिक से अधिक परमाणु हथियार बना रहा है और अधिक से अधिक परमाणु हथियार वितरण प्रणाली विकसित कर रहा है। साथ ही उसके विखंडनीय सामग्री के उत्पादन उद्योग में भी बढ़ोतरी हुई है। हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब 130-140 परमाणु हथियार हैं। यह परमाणु हथियार 1999 में अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी द्वारा किए गए आंकलन से ज्यादा है। तब अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने दावा किया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60-80 परमाणु हथियार होंगे।