हमारे देश में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया जाता है, ये माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति अपने हिस्से के भोजन का एक हिस्सा भी मेहमान को खिलाता है तो हो सकता है ये भोजन मेहमान के भेष में आए हुए भगवान ग्रहण कर रहे हों और भगवान उससे संतुष्ट होकर अपनी कृपा दृष्टि हमेशा उस घर पर बनाए रखें।
शास्त्रों में भी कहा गया है कि “अतिथि देवो भव“ यानि अतिथि देवता के समान होता है और जो बिना बताए आए यानि उसके आने की तिथि का पता न हो उसे ही अतिथि कहा जाता है। लोग इसी धारण के चलते घर आए मेहमानों को खुश करने के लिए बहुत प्रयत्न करते हैं लेकिन कई बार उनसे ऐसे सवाल पूंछ बैठते है जिससे अतिथि का मन दुखी होता है। आखिर वो कौनसी बातें हैं जो अतिथि से नहीं पूछनी चाहिए। आइए आपको बताते हैं इन तीन सवालों के बारे में....
घर आए मेहमान से कभी भी उसकी आय के बारे में नहीं पूछना चाहिए, वह कितना कमाता है ये उसका निजी मामला है। हो सकता है उसकी आर्थिक स्थिती ठीक न हो और ये सवाल करने पर वह इसका उत्तर देने में अपने आप को असमर्थ महसूस करे।
दूसरा कभी भी मेहमान से ये नहीं पूछना चाहिए कि उसकी शैक्षणिक योग्यता क्या है, अगर वह कम पढ़ा-लिखा है तो वह आपके इस सवाल से असहज हो सकता है।
तीसरा कभी भी मेहमान से उसकी जाति या गोत्र के बारे में नहीं पूछना चाहिए।